लखनऊ। भारतीय किसान यूनियन आगामी 18 मार्च में किसानों की समस्या को लेकर दिल्ली में में महापंचायत बुलायेगा। भाकियू की प्रयागराज में तीन दिवसीय चिंतन शिविर में यह निर्णय लिया गया। चिंतन शिविर 18 जनवरी को खत्म हुआ। चिंतन शिविर में किसान नेताओं ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि आगामी 18 मार्च को दिल्ली में महापंचायत होगी। भारत सरकार व देश के प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात करने की इच्छा किसानो ने व्यक्त की है।
भाकियू ने शनिवार को यहां जारी बयान में कहा कि कृषि प्रधान देश में अन्नदाता सुखी भव: का नारा देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तक किसी भी किसान प्रतिनिधिमंडल से बात नहीं की है जिससे किसानों में भारी रोष है। साथ ही गंगा की रेती संगम तट पर नेताओ ने यह संकल्प लिया की 18 मार्च को या तो प्रधानमंत्री देश के किसानो के साथ बातचीत कर किसान समस्याओं का समाधान करेंगे अन्यथा देश का किसान अब चुप ना बैठकर, संसद भवन पर मरने को तैयार है।
भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा की सरकारों ने किसान के सामने करो या मरो की स्थिति पैदा कर दी है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के काम से किसान खुश नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या तो एक महीने के भीतर किसान प्रतिनिधिमंडल से वार्ता करें अन्यथा लखनऊ में एक बड़े किसान आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा।