नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि नागरिकता (संशोधन) कानून पर जो भी रुख कांग्रेस पार्टी का होगा उनकी सरकार उसका अनुसरण करेगी। कमलनाथ ने शुक्रवार को यहां भारतीय महिला प्रेस कोर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मध्य प्रदेश सरकार इस मसले पर कांग्रेस पार्टी के रुख को मानेगी और हम उस प्रकिया (नागरिकता संशोधन) का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं जो विभाजन के बीज बोती हो। कमलनाथ ने कहा कि देश में अर्थव्यवस्था की हालत काफी खराब है और लोगों का ध्यान इस मसले से हटाने के लिए केन्द्र सरकार इस कानून को लेकर आई है।
गौरतलब है कि देश के तीन राज्यों पश्चिम बंगाल, केरल और पंजाब की सरकारों ने नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने से पहले ही मना कर दिया है। इन राज्यों का कहना है कि वे नये नागरिकता कानून को स्वीकार नहीं करेंगे और इसे इन राज्यों में लागू नहीं किया जाएगा। लोक सभा और राज्य सभा से नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी इसे मंजूरी दे दी है। इस कानून के विरोध में असम समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस कानून को असंवैधानिक और देश को बांटने वाला करार दे चुके हैं और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि नये कानून को पंजाब में लागू नहीं होने दिया दिया जाएगा।