नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल फीस की वृद्धि को लेकर शिक्षकों और छात्रों ने सोमवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में शिक्षक और छात्र हाथ में तख्तियां और बैनर लिए शास्त्री भवन के सामने एकत्र हुए और उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गौरतलब है कि गत दिनों जवाहर लाल नेहरू शिक्षक संघ ने मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर उनसे मुलाकात का समय मांगा था लेकिन अभी तक उन्होंने समय नहीं दिया जिसके कारण शिक्षकों में गहरा आक्रोश है।
मंत्रालय ने गत दिनों जेएनयू के मसले को सुलझाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। लेकिन जेएनयू के शिक्षक और छात्र हॉस्टल फीस के मामले में अड़े हुए हैं। विश्वविद्यालय ने हॉस्टल फीस में आंशिक कटौती की थी लेकिन छात्र पूरी तरह इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। शाम चार बजे के आस पास जब जेएनयू के शिक्षक शास्त्री भवन पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें प्रेस क्लब के पास रोक लिया। ये शिक्षक और छात्र वहीं सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करने लगे और नारे भी लगाने लगे।
पुलिस ने उन्हें चारो तरफ से घेर लिया था और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। शिक्षकों का कहना था कि जेएनयू के कुलपति के टकराव के रवैये के कारण विश्वविद्यालय में संकट गहरा गया है इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। ये शिक्षक कुलपति को बर्खास्त करो शिक्षा को बेचना बन्द करो के नारे लगा रहे थे। जवाहर लाल नेहरू शिक्षक संघ ने आरोप लगाया कि उनका एक प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय के अधिकारियों से मिलना चाहता था लेकिन अधिकारियों ने उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी।