चंडीगढ़। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) विधायक अभय सिंह चौटाला ने राज्य की गठबंधन सरकार पर गन्ना किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। चौटाला ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले करनाल की चीनी मिल में 19 नवम्बर से पिराई कार्य शुरू हुआ है जबकि प्रदेश की चीनी मिलों में पिराई की शुरुआत अक्तूबर माह से शुरू हो जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि नारायणगढ़ चीनी मिल पर किसानों की गत पिराई सत्र की लगभग 44 करोड़ रुपए की राशि बकाया है जिसके बारे में मिल अधिकारी मौन साधे हुए हैं। किसान यूनियन ने इस बारे कई बार धरना भी दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
इनेलो नेता ने दावा किया कि सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने भी माना है कि हरियाणा चीनी मिलें घाटे में चल रही हैं लेकिन इसके बावजूद भी सरकार समय पर चीनी मिले चलाने और गन्ने की खरीद के लिए व्यापक प्रबंध करने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि गन्ना बोर्ड के अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री हैं लेकिन अब तक गन्ने की पिराई और इसके भाव के बारे एक भी बैठक नहीं हुई है। ऐसे में किसानों को पता ही नहीं है कि उन्हें गन्ने का भाव क्या मिलेगा।
चौटाला ने कहा कि चुनाव से पहले सरकार के दोनों सहभागी दल किसानों की हर समस्या का समाधान पहली कलम से करने के वादे करते थे लेकिन सरकार बनते ही इन्होंने किसानों की गन्ने की समस्या को छोड़ मंत्रियों के भत्ते बढ़ाने की समस्या जरूर पहली कलम से दूर कर ली है। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार ने अपनी पहली ही मंत्रिमंडल बैठक में मंत्रियों के आवास-भत्ते और टेलीफोन आदि के खर्चों में 20-20 हजार रुपए तक की बढ़ौतरी तुरंत कर ली लेकिन किसानों की मुश्किलों बारे सरकार का ध्यान ही नहीं है।