चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि भारतीय सिखों को सीमा पार स्थित शेष ऐतिहासिक गुरूधामों के दर्शन-दीदार की छूट का मसला पाकिस्तान के समक्ष उठाने के मामले को लेकर वह प्रधानमंत्री से मिलेंगे। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर आयोजित समागम में मुख्यमंत्री के साथ राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने भी माथा टेका। गुरूपर्व के मौके पर करवाए गये राज्य स्तरीय समागम में पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत मशहूर शख्सियतें शामिल हुईं। इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने गुरु नानक देव जी के आदर्शों के मुताबिक सच्ची भावना के साथ सेवाएं निभाने वाले पुलिस कर्मियों को ‘प्रकाश पर्व पदक (मैडल)’ से सम्मानित करने का फैसला किया है। प्रकाश पर्व को समर्पित पिछले साल शुरू हुए समागमों को नवंबर, 2020 तक जारी रखा जायेगा।
सहज पाठ के भोग के बाद धार्मिक जलसे को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने देश -विदेश से सुल्तानपुर लोधी में नतमस्तक होने पहुँची लाखों की संख्या में संगत का स्वागत किया। यहाँ ‘गुरू नानक दरबार पंडाल ’ में पंजाब के लोगों द्वारा सहज पाठ का प्रकाश पंजाब सरकार, संत समाज और विभिन्न धार्मिक जत्थेबंदियों की तरफ से पांच नवंबर को करवाया गया था। सिख भाईचारे की भावनाओं का सत्कार करते हुये गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के खुले दर्शन दीदार करने की अनुमति देने में पूर्ण सहयोग देने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री तथा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान का धन्यवाद किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय श्रद्धालुओं को पाकिस्तान स्थित शेष गुरूधामों के दर्शन करने की भी छूट मिलेगी। उन्होंने कहा कि वह मोदी से आग्रह करेंगे कि वो इमरान खान से पाकिस्तान स्थित पंजा साहिब और ननकाना साहिब जैसे गुरुद्वारा साहिबान के दर्शनों के लिए सिख भाईचारे के सपने को साकार करने में मदद की बात करें।
उन्होंने कहा कि नानक नाम लेवा संगत पंजाब या भारत में ही नहीं बल्कि संसार भर में है। उन्होंने सभी को महान गुरू के ‘किरत करो, नाम जपो और वंड छको ’ संदेश को अपनाने का आग्रह किया। गुरु नानक देव के संदेश ‘पवन गुरू पानी पिता, माता धरती महतु ’ की अहमियत पर प्रकाश डालते हुये उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण समय की पुकार है। तेजी से गिर रहे भूजल को रोकना, पराली न जलाने और खाद और कीटनाशकों का अनावश्यक इस्तेमाल बंद करके दरत और कुदरती संसाधनों की संभाल करने की अपील की जिससे पंजाब ही देश हरा -भरा और प्रदूषण मुक्त बनाया जा सके। इससे पहले मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का सुल्तानपुर लोधी पहुँचने पर स्वागत किया। कोविंद ने अपने संबोधन में गुरु नानक देव को प्यार, शान्ति, सदभावना, समानता, दया और धार्मिक सहनशीलता की मिसाल बताते कहा कि गुरू साहिब की सरल और स्पष्ट वाणी गुरू साहिब की शिक्षाओं और फलसफे का प्रचार और प्रसार करती है।