झांसी। उत्तर प्रदेश में झांसी के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में घर में बनी किराने की दुकान में लगी आग में झुलसकर चार लोगों की मौत के मामले में पुलिस के शॉट सर्किट के कारण आग लगने की बात और घटनास्थल पर मौजूद सबूतों के बीच तालमेल नहीं होने से मामला हादसा या हत्या के बीच फंसता नजर आ रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लहर की देवी मंदिर के पास दयाराम कालोनी में जगदीश उदैनिया की घर में स्थित किराने की दुकान में मंगलवार की सुबह करीब 3 बजे आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट रहा लेकिन पुलिस की यह कहानी लोगों को गले नहीं उतर रहा है।
लोग घटना को योजनाबद्ध तरीके से हत्या बताने का प्रयास कर रहे हैं। लोगों की बात की पुष्टि करते हुए घटना के बाद के सबूत भी कुछ यही बयां करते नजर आ रहे हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। दोपहर बाद पुलिस और प्रशानिक अधिकारियों की टीम घटना स्थल पर जा पहुंची। घटना स्थल पर घर के बाहर किराना स्टोर की शटर टूटी हुई पड़ी थी। आश्चर्य वाली बात यह थी कि शटर पर धुएं का कोई निशान नजर नहीं आ रहा था जबकि किराना स्टोर का सामान आंशिक जला हुआ था। मकान का दूसरा गेट खुला हुआ था, इससे कोई भी अन्दर से बाहर आ-जा सकता है।
घर के पिछवाड़े रखा कूलर भी अपने स्थान से हटा हुआ था और सबसे खास बात यह कि शटर पर चप्पल के निशान भी पाए गए। यह बात वहां उपस्थित मृतक के रिश्तेदार ब्रजेन्द्र शर्मा ने बताई। लोगों में सुबह पुलिस अधिकारियों द्वारा दिए गए शॉर्ट सर्किट के बयान को लेकर भी काफी आक्रोश दिखाई दिया, उनका कहना था कि पुलिस इसे महज एक घटना बता रही है जबकि यह सोची समझी योजनाबद्ध हत्या की घटना नजर आ रही है। घटना की जांच करने मौके पर लखनऊ से आए अग्निशमन दल के ज्वाइन डायरेक्टर जेके सिंह भी पहुंचे और उन्होंने आग लगने के तमाम कारणों पर अपनी टीम के साथ बातचीत की।