जैसलमेर। ज्योतिष एवं खगोलीय पंचांग गणना में विशेष योगदान रखने वाले महर्षि चंडू की जन्मभूमि जैसलमेर में शुक्रवार से आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष महासम्मेलन में देश भर के तीन सौ से अधिक जाने माने ज्योतिषी और विद्वान भाग लेंगे। आयोजन समिति के एस के जोशी ने बताया कि तीन दिवसीय पहला महासम्मेलन में देश के जाने-माने ज्योतिषी, वैदिक ज्योतिषी, कुंडली विशेषज्ञ, केपी विशेषज्ञ, टैरो कार्ड रीडर, रत्न शास्त्री, हस्तरेखा विशेषज्ञ, लाल किताब एक्सपर्ट, प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ, हस्तलिपि विशेषज्ञ और वास्तुविद शिरकत करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस महासम्मेलन में परा विद्याओं के विद्वानों द्वारा खगोलीय गणना एवं पंचांग में जैसलमेर का महत्व बताया जाएगा और जैसलमेर संबंधी गणना मुख्य आकर्षक का केंद्र रहेगी। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पश्चिमी राजस्थान में युवाओं को वैदिक संस्कृति से जोड़ना और सुसंस्कृत एवं भारतीय प्राचीन ज्योतिष विज्ञान का प्रचार प्रसार करना है। गौरतलब है कि 527 वर्ष पहले महर्षि चंडू का जन्म जैसलमेर के पुष्करणा ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनका पंचांग चंडू पंचांग जोधपुर राजपरिवार का अधिकृत पंचांग है। राज परिवार की ओर से पदम सागर किले की तलहटी में खगोलीय गणना की जाती है। आज भी महर्षि चंडू के नाम से चंडू पंचांग का प्रकाशन होता है।