चंडीगढ़। देश में दशहरा उत्सव पर मंगलवार को रावण का सबसे ऊंचा 221 फुट का पुतला यहां जलाया गया। इस पुतले को बनाने पर 50 लाख रुपये की लागत आई है। इस पुतले को धानास के बाहरी हिस्से में खड़ा किया गया था। पुतला बनाने वाले तेजिंदर चौहान ने कहा कि पुतले में पर्यावरण अनुकूल पटाखे लगाए गए थे।
पुतले का वजन 7000 किलोग्राम था, और इसे 40 श्रमिकों की टीम ने मिलकर छह महीने में बनाया था। पुतले के बनाने में पांच कुंतल धातु और 500 बांस का इस्तेमाल किया गया, जिसने 2.5 कुंतल वजनी 55 फुट लंबी तलवार ले रखा था। इसके अलावा शहर के सेक्टर 46, 17, 28, 34, 32, 40, 41, 27, 43, 24 और सात में भी रावण के पुतले जलाए गए।