जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने समावेशी समाज के निर्माण की जरुरत बताते हुए कहा है कि दिव्यांगों के मन से हीनता हटाकर आगे बढ़ाना तथा संवेदनशीलता के कार्यों में लोगों को एकजुट होकर सक्रिय भागीदारी भानी होगी। मिश्र आज यहां भवानी निकेतन शिक्षा समिति परिसर में सामाजिक अधिकारिता शिविर में बोल रहे थे। उन्होंने दिव्यांगों को प्रणाम करते हुए कहा कि प्रदेश में मेरे सार्वजनिक कार्यक्रमों की शुरूआत इस समारोह से हो रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के मन से हीनता हटानी होगी और और उनकी प्रतिभाओं को तराश कर उन्हें आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि समावेशी समाज का परिचायक संवेदनशीलता है। हमें समावेशी समाज के लिए लोगों को हर प्रकार की सुविधाएं जुटानी होगी। राज्यपाल ने कहा कि यह कार्यक्रम समाज को शक्तिशाली बनाने का है।
यहां उपकरणों में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जो सराहनीय है। मिश्र ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की बहुत सी योजनाएं है। इन योजनाओं को गांव स्तर तक पहुंचाने की जरुरत है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों और युवाओं में सामजंस्य होने की जरूरत भी जताई। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरती शौर्य की है। यह वीर भूमि है। यहां हमें परोपकार के कार्य करने है। उन्होंने कहा कि रोजगार के अवसर सुलभ कराने के लिए रोजगार मेले लगाये जाने चाहिए। इससे राज्य में सकारात्मक वातावरण बन सकेगा। इस मौके एडिप एवं राष्ट्रीय वयोश्री योजना के तहत दिव्यांगों एवं वरिष्ठ नागरिकों को नि:शुल्क सहायक उपकरण भी वितरित किये गये।