लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लक्ष्यों को प्राप्त करने में टीम वर्क जरूरी है। मुख्यमंत्री रविवार को यहां भारतीय प्रबन्ध संस्थान में आयोजित ‘मंथन-2’ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में विकास और सुशासन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए गम्भीरता से कार्य कर रही है। इसे गति प्रदान करने में मंथन जैसे कार्यक्रमों की बड़ी उपयोगिता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास और सुशासन का रोडमैप तैयार करना है और एक टीम के रूप में उसे जमीन पर उतारना वर्तमान सरकार का लक्ष्य है। आईआईएम, लखनऊ जैसे संस्थान के साथ मिलकर इस दिशा में बड़ा काम किया जा सकता है।
योगी ने कहा कि पिछले सत्र में विकास और सुशासन के सम्बन्ध में सार्थक चर्चा हुई थी। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ-साथ मुख्य सचिव सहित सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव तथा विभागाध्यक्षों को शामिल किया गया है, जिससे टीम वर्क के साथ लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र के पास विजन तो है पर उस विजन को मूर्तरूप देने में इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम सहायक सिद्ध हो सकते हैं। इस प्रकार प्रदेश की 23 करोड़ जनता को बेहतर ढंग से शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया जा सकता है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाने में भी यह प्रशिक्षण महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।