नई दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कश्मीर में अपनी पार्टी के नेता मोहम्मद युसुफ तारीगामी के लिए ‘बंदी प्रत्यक्षीकरण’ याचिका उच्चतम न्यायलय में दायर की है। येचुरी पिछले दिनों श्री तारीगामी से मिलने के लिए कश्मीर गये थे, लेकिन उन्हें हवाई अड्डे से ही वापस लौटा दिया गया था, जबकि उन्होंने एक दिन पहले ही राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि वह अपनी पार्टी के बीमार नेता तारीगामी को देखने कश्मीर आ रहे हैं।
इसलिए यह सुनिश्चित किया जाये कि वह उनसे मिल सकें और प्रशासन बाधा न पहुंचाये, लेकिन प्रशासन ने उन्हें हवाईअड्डे से बाहर नहीं जाने दिया और उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा। येचुरी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में संचार व्यवस्था ठप किये जाने और कर्फ्यू लगाये जाने तथा नेताओं को जेल में बन्द किये जाने से स्थिति विस्फोटक हो गई है, इसलिए उन सभी नेताओं को रिहा किया जाये। उच्चतम न्यायालय 26 अगस्त को यह याचिका स्वीकार करने के बारे में विचार करेगा। श्री तारीगामी माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य हैं और भंग विधनसभा में चार बार विधायक रह चुके हैं।