मथुरा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन में अनूठे तरीके से बनाए गए ‘पुष्प तेजोमहल’ में विराजमान होकर ठाकुर इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भक्तों को दर्शन देंगे। वैसे तो जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित केशवदेव मंदिर, गर्भगृह मंदिर के साथ ही अन्य मंदिरों को नयनाभिराम तरीके से सजाया जाएगा तथा इस बार तो रंग बिरंगे अनूठे प्रकाश से जन्मस्थान इस महापर्व पर जगमग होगा। अभिषेक का मुख्य कार्यक्रम भागवत भवन में होने के कारण इसे अकल्पनीय तरीके से सजाया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के सचिव कपिल शर्मा ने मंगलवार को बताया कि श्रीकृष्ण-जन्मभूमि के संपूर्ण परिसर को अद्भुत कलात्मकरूप से सजाया जा रहा है। अवसर की महत्ता, जन्मभूमि की गरिमा एवं भक्तों की भावनाओं के अनुरूप जन्मभूमि की नयनाभिराम भव्य साज-सज्जा को देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो उठेंगे।
इस बार श्रद्धालु जिस दिशा से भी श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन करेंगे, वहीं से उनको जन्मभूमि की नयनाभिराम छटा के दर्शन प्राप्त हों, ऐसा प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि जन्मभूमि परिसर में स्थित श्रीकेवदेव मंदिर में विविध प्रकार के पुष्प, पत्र एवं वस्त्रों से निर्मित भव्य बंगले में ठाकुरजी विराजमान होंगे। भगवान की प्राकट्य भूमि एवं कारागार के रूप में प्रसिद्ध गर्भगृह की सज्जा चित्ताकर्शक होगी। मंदिर के प्राचीन वास्तु के अनुरूप गर्भगृह के भीतरी भाग को सजाया जायेगा। गर्भगृह के बाहरी हिस्से में उत्कीर्ण भगवान के जन्म से पूर्व की लीलाऐं भक्तों के आकर्षण का केन्द्र रहती हैं।