पुरी। ओडिशा के विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के आसपास बनाए गए सभी तरह के अनधिकृत निर्माणों को सुरक्षा कारणों से ध्वस्त किया जाएगा। इस तरह के निर्माण का फायदा उठाकर आतंकवादी अपनी गतिविधियों को आसानी से अंजाम दे सकते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इसका मकसद मंदिर के आसपास की सड़कों को चौड़ा करना है और जिन इमारतों को गिराया जाएगा उनमें कईं मठ, निजी भवन रामदया परिषद, जूताघर और कईं सरकारी सेवा प्रतिष्ठान के ठिकाने भी हैं।
इनके अलावा इनमें बिजली आपूर्ति भवन, मंदिर जानकारी केन्द्र , पुलिस चौकी और सात अन्य इमारतें हैं। रास्ता चौड़ा करने की प्रकिया का काम अगले सोमवार से किया जाएगा और निजी संपति मालिकों को इसके लिए पर्याप्त मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए विस्तृत योजना को अंजाम देने के लिए एक कंसलटेंट की भी सेवाएं ली जा रही है। यह क्षेत्र एक विरासत स्थल है और इसके आसपास सैंकड़ों मीटर की परिधि में कोई भी निर्माण गैरकानूनी हैं लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यहां अनेक बहुमंजिला इमारतें बना दी गई हैं। राज्य उच्च न्यायालय ने अनेक मामलों में प्रशासन को निषेध क्षेत्र में बनाई गई सभी इमारतों और सभी तरह के अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए हैं।