नईदिल्ली। आपने अक्सर ऐसी कई घटनाओं को देखा होगा जिसमें पति से प्रताड़ित महिलाएं न्याय की के लिए पुलिस प्रशासन से गुहार लगाती है। लेकिन क्या आपने किसी महिला को न्याय के लिए अपने ही मासूमों को लोहे की जजींरों में जकड़ते हुए देखा है। जी हां, कुछ ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बलिया से सामने आया है, जहां पुलिस अधीक्षक से लेकर, योगी जी की जनता दरबार मे भी गुहार लगाने के बाद महिला को न्याय नहीं मिला। जिसके बाद महिला ने अपने कलेजे के टुकड़ों को ही जंजीरों से बांध डाला। महिला की मानें तो, जून 2016 में धरहरा गांव में महिला की शादी बृजेश यादव से हुई, जिससे उसके 2 बच्चे है।
लेकिन कुछ समय बाद उस महिला के पति ने अपने दोस्त के साथ ट्रेन से बलिया भेजा। जहां यात्रा के दौरान उसका दोस्त महिला और उसके दो बच्चों मुझे मुगलसराय स्टेशन पर छोड़ भागा। महिला का कहना है कि, उसने न्याय की गुहार, जिलाधिकारी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक की, यहां तक की योगी जी की जनता दरबार मे भी की। लेकिन वहां से उसे महिला संग्रहालय भेज दिया गया, जिसके बाद महिला अब अपने बच्चों को जंजीर से बांधकर क्रोध जता रही है। अब महिला का कहना है कि, मैं इन बच्चों को लेकर कहाँ जाऊं, इनका क्या कसूर है ऐसे में देखना दिलचस्प होगा, कि जिस महिला को डीएम, एसपी और मुख्यंत्री दरबार से न्याय नही मिल सका, क्या उसे स्थानीय पुलिस न्याय दिला पाएगी।