मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में मिनी कुंभ के नाम से अपनी पहचान बना चुके गोवर्धन में चल रहे मुड़िया पूनो मेले का बुधवार शाम विधिवत समापन हो गया। जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र सकुशल सम्पन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कम समय में इतने अधिक तीर्थयात्रियों की सुरक्षित परिक्रमा सम्पन्न कराना एक बहुत बड़ी चुनौती थी। उन्होंने कहा कि दण्डौती परिक्रमा के रोक के आदेश का अमल सुनिश्चित करने के कारण जहां दबने जैसी घटना रोकी जा सकी। वहीं खाद्य पदार्थों विशेषकर भंडारों द्वारा वितरित किये जाने वाले भोजन की लगातार चेकिंग करने के कारण फूड प्वाइजनिंग जैसेी कोई घटना नहीं हुई।
उनका कहना था यह मेला प्रशासन के लिए चुनौती था तथा अगले वर्ष के मेले के लिए कई स्थाई व्यवस्था कराने का वे प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार करीब एक करोड़ दस लाख तीर्थयात्रियों ने गोवर्धन पर्वत की सप्तकोसी परिक्रमा की है। यद्यपि परंपरा के अनुसार सनातन गोस्वामी के शिष्यो द्वारा मंगलवार को दोपहर बाद मुड़िया (एक प्रकार की शोभा यात्रा) निकालने के बाद मेले का समापन मान लिया जाता है, लेकिन संभवत: इस परंपरा से अनभिज्ञ तीर्थयात्रियों ने अपनी परिक्रमा आज दोपहर तक तब भी जारी रखी जब कि ग्रहण के कारण मंगलवार की रात आठ घंटे से अधिक देर तक गोवर्धन के प्रमुख मंदिर बंद रहे। ब्रजमंडल का यह मेला 12 जुलाई को शुरू हुआ था और आज सामाप्त हुआ, भीड़भाड़ से बचने के लिए श्रद्धालुओं ने 10 जूलाई से ही परिक्रमा शुरू कर दी थी।