बुरहानपुर। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में कल 17 जून को संत कबीर जयंती काफी धूमधाम से मनायी जायेगी। यहां स्थित श्री कबीर निर्णय मंदिर संस्थान नागझिरी के बीजक महाविद्यायल में अध्ययनरत लोग कल संत कबीर जयंती हर्षोल्लास से मनायेंगे। विश्व के अनूठे बीजक महाविधालय में हर वर्ष बड़ी संख्या में कबीर पंथ अनुयायी संत कबीर के दर्शन के अध्ययन के लिए आते है और फिर से यहां से लौटकर देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कबीर के संदेश का प्रचार-प्रसार करते है। मंदिर के दसवें आचार्य महान साहेब ने बताया कि भारत के अलावा नेपाल और श्रीलंका से बड़ी संख्या लोग आये और संत वाणियों का दुनियां में प्रचार-प्रसार कर रहे है। उन्होंने बताया कि वर्ष भर चलने वाले अध्ययन में अनुयायी को त्याग, वैराग्य व कत्याण की शिक्षा दी जाती है। उन्हे बीजक पंचग्रथी, पष्ट्ग्रंथी और पारख सिंद्धात की शिक्षा-दीक्षा दी जाती है। बीजक के गुण-दोष का विश्लेषण और मीमांसा के चिंतन आदि का भी अध्ध्यन कराया जाता है। उन्होंने बताया कि करीब 190 वर्ष पूर्व आचार्य पूरण साहेब ने सूर्य पुत्री ताप्ती नदी के तट पर कबीर मंदिर की स्थापना की थी। तब से लेकर आज तक यह सिलसिला निरंतर जारी है।