भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नौ वर्षीय एक बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने के मामले में मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक से इस मामले के विभिन्न पहलुओं पर जांच प्रतिवेदन तलब किया है। आयोग ने आज यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि इस मामले में पुलिस का अमानवीय चेहरा उस दौरान सामने आया, जब बच्ची के लापता होने की जानकारी देने परिजन शहर के कमलानगर थाने गए और थाने में मौजूद नशे में धुत सिपाही ने परिजनों को दुत्कार कर भगा दिया।
इस घटना पर मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिरीक्षक से चार बिन्दुओं पर एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। इसके अलावा आयोग ने भोपाल के जहांगीराबाद में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त किशोरी से दुष्कर्म करने तथा इसी थाना क्षेत्र की एक दुष्कर्म पीडिता को राजीनामा के लिए धमकाने के अलावा ग्वालियर शहर में छात्रा को पडोसी द्वारा परेशान किए जाने के मामले में भी संज्ञान लिया है। आयोग के इसके साथ ही मुरैना जिले के जौरा थाने के भीतर से चली गोली से सडक से गुजर रहे बाइक सवार युवक की मौत के मामले में भी संज्ञान लेते हुए जांच प्रतिवेदन तलब किया। आयोग ने रायसेन और सीहोर के एक एक मामले में संज्ञान लिया है।