जालंधर। पंजाब एकता पार्टी के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने आम आदमी पार्टी (आप) के जालंधर से लोकसभा उम्मीदवार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जोरा सिंह को कमजोर करार देते हुए कहा कि वह केवल लाभ लेने के लिए ही जोरा आयोग के अध्यक्ष बने थे। बहवल कलां कांड की जांच के लिए तत्कालीन अकाली दल सरकार द्वारा गठित जस्टिस जोरा आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जोरा सिंह को आप ने जालंधर से लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया है।
सुखपाल खैहरा ने सोमवार को आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के कहने पर ही न्यायमूर्ति जोरा सिंह ने अपनी रिपोर्ट में गोली कांड के दोषी पुलिस अधिकारियों का बचाव किया था। उन्होंने कहा कि बादल सरकार ने जोरा सिंह आयोग की रिपोर्ट के आधार पर कोई भी कार्रवाई नहीं की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि न्यायमूर्ति जोरा सिंह केवल अपने फायदे के लिए ही आयोग के अध्यक्ष बने थे।