लखनऊ। ईद के त्यौहार के लिए अब महज कुछ ही दिन बचे हैं ऐसे में उत्तर प्रदेश के बाजारों में त्यौहार की रौनक दिखाई देने लगी है। ईद के मुबारक मौके पर बिना सेवंई के इसकी मिठास अधूरी है। बाजारों में सूत फेनी, सेवंई के अलावा सबसे ज्यादा खरीदारी कपड़ों और जूतियों की हो रही है। रेडीमेड से लेकर दर्जी की दुकानों तक भीड़ नजर आ रही है। दरअसल सेवंई हिंदू मुस्लिम एकता की अनोखी धरोहर भी है। जिसे मुस्लिम भाईयों के अलावा हिंदू भाई बड़े उत्साह के साथ खरीद कर जाते हैं।
कानपुर, इलाहाबाद फैजाबाद, वाराणसी, आगरा, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, सहारनपुर और अलीगढ़ समेत सभी जिलों के बाजारों में खरीददारों की भीड़ देखने को मिल रही है। सभी जगह मेले जैसा माहौल दिखाई दे रहा है। खास बात यह कि खरीदारी के लिए पुरुषों से ज्यादा महिलाएं आ रही हैं।
वहीं त्यौहारी मौके पर शांति बनाए रखने के लिए हर जिले में थानास्तर पर मोहल्ला शांति समितियों को सक्रिय कर दिया गया है। प्रशासनिक अधिकारी मिलजुलकर त्यौहार मनाने का संदेश देते नजर आ रहे हैं। कई स्थानों पर कमेटियों ने ईद मिलजुल कर आपसी सौहार्द के साथ मनाने का निर्णय लिया गया। बैठकों में अधिकारी सभी तत्वों को एक दूसरे के पूरक बता रहे हैं। वह कहते हैं कि हर किसी को मिलकर त्योहार मनाना चाहिए। अमन चैन में अगर किसी ने बाधा पहुंचाई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।
कपड़े के मामले में लखनऊ का कोई सानी नहीं है और अगर बात की जाए खान-पान की तो यहां का चिकन तो बहुत ही खास है। फैजाबाद के दुकानदारों का कहना है कि इस बार सभी प्रकार की आकर्षण डिजाइन के कपड़े उपलब्ध हैं। लखनऊ का कढ़ाईदार कुर्ता, पैजामा, सलवारसूट आदि की खरीदारी ज्यादा हो रही है। गर्मी को देखते इस बार लोग कुर्ता-पैजामा की मांग ज्यादा कर रहे हैं। युवतियां चिकन कढ़ाईदार कुर्ती और पैजामा ज्यादा पसंद कर रही हैं। बाजार में कपड़ों की दुकानों पर बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे कपड़ों की खरीदारी में लगे हुए हैं।
दरअसल, ईद में नए कपड़े पहनने का चलन है। इसको देखते दुकानदारों ने भी नए-नए डिजाइन के कपड़े मंगवाए हैं। एक दुकानदार ने बताया कि ईद में कपड़ों की मांग अधिक होने के कारण इस बार बेहतर किस्म के रेडीमेड कपड़े मंगवाए हैं। कपड़े की खरीदारी कर रहीं महिलाओं का कहना है कि ईद के समय जल्दबाजी में मनपसंद कपड़े नहीं मिल पाते हैं।