बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के प्रदेश अध्यक्ष एच डी कुमारस्वामी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से राज्य में लोकतंत्र की हत्या तथा संविधान की रक्षा को लेकर किये जा रहे विरोध प्रदर्शन में सहयोग करने की अपील की है। कुमारस्वामी ने यहां गांधी प्रतिमा के समक्ष विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से पूर्व आरोप लगाया," एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वह देश को स्वच्छ बनाना चाहते हैं लेकिन वास्तविकता में वह राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए अपने पार्टी नेताओं की खरीद-फरोख्त के प्रयासों को बढ़ावा दे रहे हैं।" उन्होंने कहा," मैं विभिन्न राज्यों के विपक्षी नेताओं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती तथा अन्य नेताओं को पत्र लिखकर संविधान की मर्यादा की रक्षा करने एवं कड़ा विरोध जताने की अपील कर रहा हूं।
कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि उन्हें प्राप्त सूचना के मुताबिक मोदी सरकार ने कांग्रेस विधायक आनंद सिंह को धमकी दी है कि यदि सरकार बनाने में उन्होंने कांग्रेस का समर्थन किया तो प्रवर्तन निदेशालय उन पर शिकंजा कस सकता है। उन्होंने कहा," कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने के बावजूद आनंद सिंह को अपनी पार्टी का समर्थन नहीं करने की धमकी दी गयी है अन्यथा उनके विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई कर सकता है।" कांग्रेस के बिना शर्त समर्थन के सरकार बनाने का दावा पेश करने वाले जद एस नेता ने राज्यपाल वजूभाई वाला पर भारतीय जनता पार्टी के नेता बी एस येद्दियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का समय देकर भाजपा के वास्ते खरीद-फरोख्त का मार्ग प्रशस्त करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा,"15 दिनों का समय देने की जरुरत क्या थी? यदि भाजपा के पास वास्तव में बहुमत होता तो वह चार-पांच दिनों में इसे साबित कर देते। राज्यपाल की कार्रवाई अप्रत्याशित है तथा परोक्ष रूप से किसी प्रकार बहुमत साबित करने में भाजपा के लिए मददगार भी है।