मुंबई। शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने यहां एक महिला जेल की कैदियों को एक महिला कैदी की मौत के बाद दंगे के लिए भड़काया। यह बात कारावास विभाग के एक अधिकारी ने कही। 44 वर्षीय इंद्राणी बायकुला जेल की उन 200 कैदियों में शामिल हैं जिनके खिलाफ नागपाड़ा पुलिस ने दंगा भड़काने और अन्य आरोपों के लिये मामला दर्ज किया है। यह मामला महिला कैदी मंजू गोविंद शेटे की मौत के विरोध में प्रदर्शन के बाद दर्ज किया गया। 45 वर्षीय शेटे की शुक्रवार रात को सरकारी जेजे अस्पताल में मौत हो गई थी।
आरोप है कि बायकुला जेल की एक महिला अधिकारी ने कथित तौर पर उसकी पिटाई की थी। इसी घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शेटे की मौत के बाद नाराज महिला कैदियों ने अगले दिन प्रदर्शन किया। उनमें से कुछ कैदी कारागार की छत पर चली गर्इं जबकि कुछ ने अपने गुस्से का इजहार करने के लिये जेल परिसर के भीतर अखबार की होली जलाई।
कैदियों ने आरोप लगाया कि एक महिला कारा अधिकारी ने शेटे की बेरहमी से पिटाई की जिससे उसकी मौत हुई। कारा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि इंद्राणी ने कैदियों को खाना नहीं खाने और 'अपने बच्चों का इस्तेमाल ढाल के तौर पर करने 'की बात कहकर'उकसाया ' जब काराकर्मियों ने उन्हें प्रदर्शन करने और बिना अनुमति के एक जगह एकत्र होने से रोका। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि उसने महिला कैदियों के प्रदर्शन के दौरान 'सक्ररिय ' भूमिका निभाई।
पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया कि कैदियों ने प्रदर्शन मीडिया का ध्यान आकृष्ट करने के लिये किया। इस बीच, जेल के छह कर्मियों को निलंबित कर दिया गया और कल पुलिस ने उनके खिलाफ भादंसं की धारा 302 (हत्या के लिए सजा) के तहत एक मामला दर्ज किया। एक पुलिस अधिकारी ने आज बताया कि बायकुला जेल में बंद इंद्राणी सहित 200 कैदियों के खिलाफ कल भारतीय दंड संहिता के तहत दंगा फैलाने, गैर-कानूनी तरीके से एकत्र होने, सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
जेल में करीब 251 महिला कैदी हैं। इंद्राणी पर अपने पूर्व पति संजीव खन्ना और पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय के साथ मिलकर 24 अप्रैल 2012 को अपनी 24 वर्षीय बेटी की हत्या करने का आरोप है। शीना का जला हुआ शव मुंबई के नजदीक रायगढ़ जिले के एक जंगल में एक बैग में पड़ा हुआ मिला था।