सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादियों के हमले में सीआरपीएफ के 26 जवान शहीद हो गए हैं। जबकि हमले में 6 जवान घायल हो गए। बताया जा रहा है कि सुकमा में चिंतागुफा के पास नक्सलियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ की टीम पर हमला किया गया। मुख्यमंत्री रमन सिंह आपातकालीन बैठक बुलाई है।
ये है पूरी घटना
सीआरपीएफ के ये जवान सोमवार सुबह गश्त पर निकले थे। दोपहर में जब जवानों टुकड़ी ने एक जगह रुकने की योजना बनाई तो घात लगाए बैठे नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। जवानों का दस्ता जंगल की तरफ बढ़ रहा था। वो दोरनापाल के पास सड़क निर्माण की गतिविधियों का जायजा लेने के लिए निकले थे। इसी दौरान नक्सलियों ने उन पर हमला किया। बताया जा रहा है कि IED ब्लास्ट के जरिए जवानों को निशाना बनाया गया।
पुलिस का बयान
सुकमा के एडिशनल एसपी जितेंद्र शुक्ला ने हमले की जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान नक्सली जवानों के हथियार भी लूटकर ले गए। ये सभी जवान सीआरपीएफ की 74 बटालियन के थे।
रमन सिंह की आपात बैठक
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने हमले के बाद अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों की आपात बैठक भी बुलाई है। वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्रालय ने भी हालात की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई।
सुकमा नक्सलियों का गढ़
गौर हो कि सुकमा नक्सलियों का गढ़ है और यहां नक्सलियों की सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमले की कई वारदातें हुई है जिसमें कई जवानों को शहीद होना पड़ा है। इसी साल 11 मार्च को नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षा बलों पर हमला किया था जिसमें सेना के 12 जवान शहीद हो गए थे। इसके पहले 10 मार्च को नक्सलियों ने सुकमा में मुखबिर होने के संदेह में एक सरपंच की हत्या कर दी थी। नक्सल प्रभावित सुकमा इलाके में आए दिन नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ होती रहती है।
घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के प्रति शोक जताते हुए कहा कि यह कायराना और दुखद घटना है, हम मामले पर नजदीकी से निगाह रखे हुए हैं।
वहीं घटना के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि मामले की विस्तृत जानकारी के लिए गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर को मौके पर भेजा जा रहा है।
वहीं केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने भी जवानों की शहादत पर दुख जताया है। वेंकैया ने कहा शहीद जवानों के लिए दिल की गहराइयों से दर्द है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। लोकतंत्र में ऐसी चीजों की कोई जगह नहीं है।