लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव मंत्रिपरिषद के सोमवार को होने वाले विस्तार में हाल ही में बर्खास्त खनन मंत्री गायत्री प्रजापति की वापसी पर संदेह के बादल घिर गए लगते हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने राज्यपाल राम नाईक को पत्र भेज कर उनकी वापसी के औचित्य पर सवाल उठा दिया है। राजभवन से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार सोमवार को अखिलेश मंत्रिपरिषद का आठवां विस्तार होना है।
प्रदेश मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री को लेकर 60मंत्री हो सकते है जिसमें तीन स्थान रिक्त हैं। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते प्रदेश में सत्तारूढ समाजवादी मुखिया मुलायम सिंह यादव परिवार में चले सत्ता टकराव के बीच खनन मंत्री गायत्री प्रजापति और पंचायती राज मंत्री राजकिशोर को बर्खास्त कर दिया गया था।
मगर बाद में परिवार के विवाद को शांत करने के लिए सत्तारूढ दल ने प्रजापति को पुन: मंत्री बनाये जाने की घोषणा की थी। बहरहाल सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने मंत्रिपरिषद में गायत्री की वापसी के खिलाफ राज्यपाल नाईक के समक्ष एक याचिका की है। नूतन ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें आज शाम अपनी बात कहने के लिए राजभवन बुलाया है।