लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2020-21 के लिये विधानसभा में पेश बजट को विकासोन्मुखी बताते हुये कहा कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर की ओर अग्रसर करने में सहायक होगा। योगी ने यहां विधान सभा में वर्ष 2020-21 के लिये पेश बजट के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार द्वारा विधान सभा में पेश 2020-21 का बजट राज्य के अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है। पहली बार राज्य के मूल बजट ने पांच लाख करोड़ रुपए की सीमा पार की है। यह बजट पांच लाख 12 हजार 860 करोड़ 72 लाख रुपए का है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर की बनाने संकल्पना को मूर्त रूप देने के मद्देनजर यह बजट प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर की ओर अग्रसर करने में सहायक होगा।
उन्होंने कहा कि गांव, गरीब, मजदूर, किसान, महिला, नौजवान, व्यापारी समेत सभी तबके का ध्यान रखते हुए प्रदेश के समग्र विकास के लिये एक विकासोन्मुखी वित्त मंत्री ने बजट पेश किया है। इसके लिये वित्त मंत्री एवं उनकी टीम को बधाई। बजट में वित्तीय अनुशासन का पालन करते हुए राजकोषीय घाटे को एफ0आर0बी0एम0 की तीन प्रतिशत की सीमा के अन्तर्गत रखा गया है। योगी ने कहा कि बजट मार्च, 2017 के पश्चात प्रदेश के विकास के विजन के अनुसार है। सरकार का वर्ष 2017-18 में पहला बजट किसानों को समर्पित था। वर्ष 2018-19 का दूसरा बजट औद्योगिक विकास तथा बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए था। वर्ष 2019-20 का बजट महिलाओं सशक्तिकरण के माध्यम से समाज में उनके प्रति दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन के लिए था। वर्ष 2020-21 का प्रस्तुत बजट युवाओं को समर्पित है। यह बजट राज्य के युवाओं के समग्र विकास तथा प्रदेश की सम्भावनाओं को देश व दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के लिए है।