जयपुर। राजस्थान में जयपुर के चाकसू थाना क्षेत्र में 11 दिसम्बर को लापता बालिका की हत्या उसी की सहपाठी बालिका ने की थी। पुलिस ने इस हत्या का खुलासा करते हुए दोषी बालिका के माता पिता को साक्ष्य छुपाने के आरोप में हिरासत में ले लिया है। जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) अशोक कुमार गुप्ता ने आज बताया कि 11 दिसम्बर की रात चाकसू थाने में बड़ली गांव के पवन गुर्जर की 12 वर्षीय पुत्री पायल के लापता होने का मामला दर्ज कराया गया था। पुलिस ने किसी अनहोनी की आशंका के चलते उसी समय उसकी कुंए, खेत, चारागाह सहित हर जगह तलाश की। अगले दिन सुबह साढ़े सात बजे बालिका का शव गांव के बाहर जंगल में मिला। शव के सिर पर चोटों के निशान थे। हालांकि उसके शरीर पर किसी तरह की ज्यादती के साक्ष्य नहीं मिले।
उन्होंने बताया कि इस पर पुलिस ने गहन जांच पड़ताल के बाद उसी गांव की रामघणी और उसके पति कैलाश को साक्ष्य छुपाने के आरोप में हिरासत में ले लिया। गुप्ता ने घटना का ब्यौरा देते हुए बताया कि मृतक बालिका पायल (12) चाकसू के राजकीय उच्च प्रा. विद्यालय बड़ली में कक्षा आठ में अध्ययनरत थी। उसी की कक्षा में उसी के गांव की एक बालिका भी पढ़ती थी। 11 दिसम्बर को परीक्षा के दौरान उक्त बालिका ने पायल का पैन ले लिया था, जिस पर दोनों में विवाद हो गया। बाद में घर पहुंचने के बाद पायल उक्त बालिका को उलाहना देने उसके घर चली गयी। उस समय उक्त बालिका अकेली ही थी। दोनों में विवाद बढ़ा तो उक्त बालिका ने पायल के सिर पर लोहे की छड़ से वार कर दिया। पायल ने इसकी शिकायत करने की बात की तो उक्त बालिका ने पायल के सिर पर छड़ से 19 वार किये जिससे उसकी मौत हो गयी। शाम को उसके माता पिता घर आये तो बालिका ने घटना की जानकारी दी। इस पर दोनों ने राज छुपाने के लिये शव जंगल में फेंक दिया।