नई दिल्ली। लोकसभा में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने फिल्म ‘पानीपत’ के कुछ दृश्यों को लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला करार देते हुए इसके विवादित दृश्यों को हटाने की आज मांग की। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल तथा भारतीय जनता पार्टी के सुमेधानंद सरस्वती ने भोजनावकाश के बाद यह मुद्दा उठाया और कहा कि फिल्म में हिंदू महाराजा सूरजमल को लेकर कुछ विवादित दृश्य हैं जिनके कारण राजस्थान तथा हरियाणा और कुछ अन्य हिस्सों में लोगों में रोष है। इस फिल्म के दृश्यों से लोगों की भावना आहत हो रही है इसलिए सरकार को इसके विवादित दृश्य हटाने के लिए सेंसर बोर्ड को कहना चाहिए।
बेनीवाल ने कहा कि सरकार ने लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली 15 फिल्मों को पहले भी सेंसर बोर्ड के पास भेजकर विवादित दृश्य हटवाए हैं इसलिए इस फिल्म के विवादित दृश्यों को भी हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को लेकर लोगों में गुस्सा है और राजस्थान के कई क्षेत्रों में कल प्रदर्शन हुआ है जिसके और उग्र होने की संभावना है इसलिए विवादित दृश्य हटाए जाने चाहिए। स्वामी सुमाधानंद सरस्वती ने कहा महाराजा सूरजमल ने एक भी युद्ध नहीं हारा था। वह प्रतापी राजा थे और अलीगढ मथुरा से लेकर आगरा तक उनका शासन था। फिल्म में उनके चरित्र को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं।