नई दिल्ली। नागा राजनीतिक समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकाले जाने का केंद्र सरकार का संदेश मिलने के एक दिन बाद शनिवार को नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताते हुए कहा कि यह समय नागा लोगों के एकजुट होने का है। एनएससीएन के अध्यक्ष कहेजू टुक्कु ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रिय नागा भाइयों, यह समय नागा लोगों के एकजुट होने का है। हम खून, इतिहास, संस्कृति, विश्वास, राजनीति से एक हैं और सबसे बड़ी बात कि हम ईश्वर के लोग हैं।’’
एनएससीएन के अध्यक्ष ने कहा कि कि अगस्त 2015 में एनएससीएन आईएम नेताओं और नागा शांति प्रक्रिया के वार्ताकार आर एन रवि के बीच फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर होने का मतलब ‘दो विरोधी दलों का मिलना था’। उन्होंने विश्वास जताया कि यह समझौता लंबे संमय से चले आ रहो भारत-नागा राजनीतिक संघर्ष का सम्मानजनक और स्वीकार्य समाधान करेगा। बयान में कहा गया कि समझौते में भारत की सुरक्षा संबंधी चिंताएं और नागाओं के ऐतिहासिक और राजनीति अधिकारों का मुद्दा शामिल है। बयान में शांति की पूरी प्रक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की सरहाना की गई और कहा गया कि, ‘‘नागा लोगों के पास मोदी और दूरदर्शी एवं उदार भारतीय अधिकारियों की सराहना करने और उन्हें धन्यवाद देने के कारण हैं।’’