नई दिल्ली। अयोध्या विवाद में मध्यस्थता की कवायद को शुक्रवार को एक बार फिर उस वक्त झटका लगा जब सुन्नी वक्फ बोर्ड को छोड़कर अन्य मुस्लिम पक्षकारों ने समझौता नामंजूर कर दिया। मुस्लिम पक्षकारों की ओर से जारी एक बयान में कहा कि उन्हें किसी तरह का समझौता मंजूर नहीं है। मुस्लिम पक्षकारों ने मध्यस्थता पैनल के सामने हुई बातों को जान-बूझकर लीक किए जाने का भी आरोप लगाया है।
पक्षकारों ने कहा कि पैनल के सामने हुई समझौते की बातें जानबूझकर लीक की गईं। मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से छह प्रतिनिधियों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा, ‘‘सुन्नी वक्फ बोर्ड के अलावा किसी पक्ष को समझौता मंजूर नहीं है। समझौते की शर्तें जो लीक हुई हैं, वह हमें मंजूर नहीं हैं। इसके साथ ही मध्यस्थता के लिए अपनाई प्रक्रिया को भी हम खारिज करते हैं। समझौते के लिए जमीन पर दावा वापस लेने की शर्त हमें मंजूर नहीं है।