सिलीगुड़ी। मेघालय के तुरा की आदिवासी किशोरी को अपहरण के बाद जबरन उत्तरी बंगाल के वेश्यालय में कैद कर रखने के बाद एक गैर सरकारी संगठन की पहल पर उसे देह व्यापार के धंधे से मुक्त कराया गया। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आदिवासी लड़की मेघालय के तुरा हिल्स की निवासी है जहां से उसका अपहरण कर लिया गया था तथा कंचनजंगा उद्धार केंद्र की मदद से उसे सिलीगुड़ी के तिलक सादुर मोड़ के पास एक वेश्यालय से उसे छुड़ाया गया।
इस मामले में एक महिला, उसके पति एवं उसके भाई को आरोपी बनाया गया है जिन पर किशोरी का अपहरण कर उसे जबरन वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलने का आरोप है। कैद के दौरान किशोरी को यातनाएं दी गईं और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई। उत्तर बंगाल पुलिस ने कहा कि बचाव और प्रारंभिक जांच के बाद पाया गया कि इस रैकेट में और भी लड़कियां शामिल हैं। इस रैकेट में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और पीड़ति लड़की को अदालत में पेश किया जाएगा।