शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में जिला प्रशासन ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए है कि पर्यटन स्थलों का जीर्णोद्धार शुरु किया जाए। कलेक्टर अनुग्रह पी ने राजस्व अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि पर्यटक स्थलों पर आजकल विशेष रौनक दिखाई दे रही है। यहां के अधिकांश पर्यटक स्थल घने जंगल एवं प्राकृतिक जलप्रपात वाले हैं जहां बरसात के मौसम में विशेष रौनक रहती है। बारिश के बाद यहां आने वाले सैलानियों के कारण चहल पहल बढ़ जाती है। टुंडा भरका खो, भूरा खो, भदैया कुंड, सुलतानगढ़ एवं पवा जलप्रपात हैं जो पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।
बारिश के मौसम में इन जलप्रपातों पर विशेष रूप से आसपास के क्षेत्रों के अलावा शिवपुरी की सीमा से लगे हुए उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान जिलों से भी पर्यटक आते हैं। इन सबके अलावा माधव राष्ट्रीय उद्यान एवं उद्यान में स्थित सागर चांद पाटा झील पर्यटकों की पहली पसंद है। इस राष्ट्रीय उद्यान में वन्य प्राणियों के साथ ही झील के पानी में विभिन्न प्रजातियों के पक्षी भी देखने को मिलते हैं साथ ही झील में बड़ी संख्या में मगरमच्छ हैं वह भी पर्यटकों के लिए आकर्षित करते हैं। कलेक्टर ने कहा कि शिवपुरी में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। शासन एवं जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से अगर यहां पर पर्यटन स्थलों को सवारने पर्यटकों के लिए ठहरने आदि की व्यवस्थाएं अच्छी करवाने की दिशा में कार्य किया जाए तो यहां रोजगार के अच्छे अवसर मिल सकते हैं।