मुरैना। राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते मुरैना में चंबल नदी में आए उफान से बाढ में घिरे गांवों का हेलीकाप्टर से सर्वे कर वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकाप्टर से सर्वे कर वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने प्रयास किए जा रहे हैं। चंबल संभागायुक्त रेणु तिवारी और कलेक्टर प्रियंका दास के साथ अंबा, दिमनी और सुमावली क्षेत्र के विधायक हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं।
राहत एवं बचाव कार्य में जुटे सेना के जवान बाढ प्रभावितों को सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहे हैं, हालांकि कुछ लोग अपना घर छोड़ने का तैयार नहीं, जिन्हे समझाइश दी जा रही है। कोटा बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के चलते मुरैना में पिछले तीन से लगातार चंबल का जलस्तर बढ़ रहा है। इसके चलते मुरैना, अंबा और दिमनी क्षेत्र के लगभग 89 गांव कल से बाढ़ के पानी से घिरे हैं तथा इनमें से 30 गांवों को कल ही खाली कराकर वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था।