बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में पुलिसवालों द्वारा थाने में जलाई गई एक महिला ने मंगलवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिसवालों पर थाने के अंदर महिला को जिंदा जलाने का आरोप लगा था। ये दिल दहला देने वाली घटना बाराबंकी के कोठी केसरगंज पुलिस थाने की है। आरोप है कि महिला को जलाने से पहले थाने के अंदर थानाध्यक्ष राय साहब यादव और दारोगा अखिलेश राय ने महिला के साथ रेप करने की भी कोशिश की थी।
मौत से पहले माहिला ने एक स्टेशन ऑफिसर और सब इंस्पेक्टर पर रेप की कोशिश करने और गहने लूटने के आरोप लगाए हैं। 70 फीसदी तक जल चुकी इस महिला की मंगलवार तड़के अस्पताल में मौत हो गई। गंभीर रूप से जली महिला को सोमवार को बाराबंकी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया जहां उसकी मौत हो गई। आरोपी पुलिसवालों को सस्पेंड करके उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। महिला का बेटा एक हिंदी अखबार में स्ट्रिंगर है।
पीड़ित महिला के पति का कहना है कि पुलिसवाले उसकी पत्नी से छेड़छाड़ करते थे और हमें पकड़ कर थाने ले गए थे। पीड़ित के पति का आरोप है कि पुलिसवालों ने ही आग लगाई है। क्योंकि पुलिस हमसे पैसा मांग रही थी और पैसा हमारे पास नहीं था। रविवार को पुलिस ने महिला के पति को झूठे मामले में पकड़ लिया और उसे छोड़ने के एवज में 1 लाख रुपए मांगे।
महिला जब कुछ पैसे लेकर थाने पहुंची तो उसके साथ रेप करने की कोशिश की गई। उससे 10 हजार रुपए छीन लिए, उसकी सोने की अंगूठी और चेन भी पुलिसवालों ने छीन ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने आरोपी थानाध्यक्ष और दारोगा को तत्काल सस्पेंड कर उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया। वहीं सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। जलाई गई महिला का नाम नीतू द्विवेदी है जो एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है।