द्वारका। गुजरात के निकट से गुजर रहे चक्रवाती तूफान वायु के असर के कारण प्राचीन और विश्वविख्यात द्वारका के जगत अथवा द्वारकाधीश मंदिर के ऊपर इसके इतिहास में संभवत: पहली बार दो ध्वज लगाये गये हैं। हिंद महासागर के तट पर स्थित मंदिर के शिखर पर इसके प्रशासन और प्रबंधन के निर्देश पर दो ध्वज लगाये गये हैं ताकि वायु तूफान के असर से बह रही बेहद तेज हवा के चलते अगर एक ध्वज को नुकसान भी पहुंचे तो दूसरा लहराता रहे।
मंदिर के एक पुजारी ने बताया कि उसने अपने जीवन में पहली बार ऐसा दृश्य देखा है जब शिखर पर दो ध्वज लहरा रहे हों। ज्ञातव्य है कि तूफान के असर से समुद्र में ऊंची लहरे उठ रही हैं और 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं। जैसे जैसे तूफान और निकट आयेगा यह रफ्तार और बढ़ सकती है।