इंदौर। मध्यप्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित हुये भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शंकर लालवानी ने अपने प्रतिद्वंदी और कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी के पिछड़ने पर तंज कसते हुये कहा संघवी दूसरी बार चुनाव मैदान में टूरिस्ट वीजा लेकर उतरे थे। संघवी इसके पहले 1998 में संपन्न हुये 12 वें लोकसभा चुनाव में बतौर कांग्रेस प्रत्याशी भाजपा की सुमित्रा महाजन से परास्त हो चुके थे। लालवानी ने यहां मतगणना स्थल पर संवाददाताओं से कहा मैं भले ही पहली बार इंदौर से लोकसभा का चुनाव लड़ा हूं लेकिन भाजपा की नगर इकाई का अध्यक्ष रहते, पार्षद और निगम में सभापति रहते तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों के माध्यम से सक्रिय रहते सदैव इंदौर की जनता की सेवा करने का प्रयास किया है।
लालवानी ने आरोप लगाते हुये कहा इसके उलट संघवी के 1998 में लोकसभा का चुनाव हारने के बाद वे जनता के बीच नहीं रहे। उन्होंने कहा यही वजह है कि जनता ने टूरिस्ट वीजा लेकर चुनाव में उतरने वाले कांग्रेस प्रत्याशी पर विश्वास नहीं दिखाया। लालवानी के आरोपों पर कांग्रेस प्रत्याशी संघवी से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वर्षो से इंदौर की जनसेवा कर रहा हूं। उन्होंने लालवानी को बधाई देते हुये कहा हारजीत तो जिंदगी का एक हिस्सा है।
उन्होंने कहा पहले भी समाजसेवा का कार्य करता था आगे भी करता रहूंगा। अपनी हार के कारणों पर संघवी ने कहा इस पर फिलहाल कुछ नहीं कह सकता। लेकिन जनादेश का सम्मान करता हूं। निश्चित ही जनता ने बेहतर को चुना है। भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी को यहां कुल पड़े मत 16 लाख 24 हजार 87 में से 65.58 फीसदी यानी 10 लाख 66 हजार 824 मत मिले हैं। दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी को 31.98 फीसदी यानी कुल 5 लाख 20 हजार 268 वोट मिले हैं। इस तरह से लालवानी ने संघवी को 5 लाख 46 हजार 554 मतों के अंतर से परास्त किया है।