पटना। बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने वैज्ञानिक ज्ञान और तकनीकी योग्यता की महत्ता को रेखांकित करते हुए आज कहा कि नये भारत में इनकी महत्ता काफी बढ़ गई है। टंडन ने नेताजी सुभाष इन्स्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बिहटा के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारी पुरानी ज्ञान-सम्पदा काफी महत्वपूर्ण रही है। चिकित्सा शास्त्र, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, अर्थशास्त्र, गणित, राजनीति एवं नीति शास्त्र आदि समस्त ज्ञान-विज्ञान के विषयों में प्राचीन विरासत अत्यन्त समृद्ध रही है।
बिहार की भूमि पर भी ज्ञान, कला, दर्शन एवं चिन्तन की कई प्रमुख धाराओं का उद्भव हुआ है, जिनकी वजह से पूरे विश्व में प्रदेश एवं राष्ट्र की मर्यादा एवं प्रतिष्ठा बढ़ी है।’’ राज्यपाल ने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा क्षेत्र में तेजी से सुधार हो रहा हैं। काफी संख्या में विद्यार्थी महाविद्यालयों/ विश्वविद्यालयों में नामांकित होकर अध्ययन कर रहे हैं। आज शिक्षक कक्षाओं में नियमित रूप से अध्यापन करते हैं, समय पर कक्षाएं होती हैं, परीक्षाएँ होती हैं और परीक्षाफल भी प्रकाशित होते हैं।
अब विश्वविद्यालयों में समय पर दीक्षांत- समारोह आयोजित कर डिग्रियाँ भी वितरित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘उच्च शिक्षा का ब्लू प्रिन्ट’ तैयार हो रहा है, जिसमें लघुकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक (5 वर्षों के लिए) योजनाएं समाहित कर उच्च शिक्षा के समग्र विकास हेतु सार्थक प्रयास किए जाएंगे।