कोलम्बो। युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम जीत के जश्न में बौखला चुकी बांग्लादेशी टीम के खिलाफ रविवार को जब त्रिकोणीय टी-20 सीरीज निदहास ट्रॉफी के फाइनल में उतरेगी तो उसका लक्ष्य लगभग पांच साल बाद सीमित प्रारूप में कोई त्रिकोणीय सीरीज जीतना होगा। भारतीय टीम अपने चार में से तीन मैच जीतकर फाइनल में पहुंची है जबकि बांग्लादेश ने चार में से दो मैच जीतकर फाइनल में भारत से भिड़ने का अधिकार पाया है। बंगलादेश ने शुक्रवार को आखिरी लीग मैच में श्रीलंका को एक गेंद शेष रहते दो विकेट से हरा कर फाइनल में प्रवेश किया था।
भारत ने लीग चरण में बांग्लादेश को दोनों बार आसानी से पराजित किया लेकिन उसे बांग्लादेश के पलटवार से सावधान रहना होगा जो शुक्रवार की जीत के बाद अचानक ही खतरनाक नजर आने लगी है। सीमित प्रारूप में पिछले कुछ वर्षों में लगातार सफल चल रही भारतीय टीम ने वनडे और टी-20 दोनों प्रारूप मिला कर आखिरी बार कोई त्रिकोणीय सीरीज जून 2013 में वेस्ट इंडीज में जीती थी जब उसने श्रीलंका को नजदीकी मुकाबले में एक गेंद शेष रहते दो विकेट से हराया था।
भारत टी-20 फॉर्मेट में आखिरी सीरीज 2017 में वेस्ट इंडीज में 0-1 से हारा था। उसके बाद से भारत ने अगली पांच सीरीज में चार जीती और आॅस्ट्रेलिया से सीरीज 1-1 से ड्रा खेली। भारत ने हाल में दक्षिण अफ्रीका दौरे में टी-20 सीरीज 2-1 से जीती थी। भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने इस सीरीज में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है जिससे पूरी उम्मीद है कि भारतीय टीम एक बार फिर बांग्लादेश का मान-मर्दन कर सकेगी।
दो मुकाबले जीत चुका है भारत
भारत ने सीरीज में बांग्लादेश को पहली भिड़ंत में शिखर धवन (55) और सुरेश रैना (28) के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 68 रन की साझेदारी की बदौलत को आठ गेंद शेष रहते छह विकेट से हरा दिया था भारत ने बांग्लादेश को आठ विकेट पर 139 रन पर रोकने के बाद फिर 18.4 ओवर में चार विकेट पर 140 रन बनाकर मैच जीत लिया था। शिखर ने सीरीज में अपना लगातार दूसरा अर्धशतक जमाया था। उन्होंने इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ भी पहले मैच में 90 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली थी। टीम इंडिया ने बांग्लादेश के खिलाफ अपने दूसरे मुकाबले में कप्तान रोहित शर्मा के दम पर जीत हासिल की। रोहित लम्बे समय बाद अपनी रंगत में लौटे और 89 रन की विस्फोटक पारी खेलकर भारत ने बांग्लादेश पर 17 रन से जीत दिला दी।
गेंदबाजों ने किया शानदार प्रदर्शन
भारतीय गेंदबाजों ने अनुभवहीन होने के बावजूद अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। 18 वर्षीय आॅफ स्पिनर वांिशगटन सुन्दर ने पिछले मुकाबले बांग्लादेश के शीर्ष तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर बांग्लादेश को शुरुआत से दबाव में ला दिया था। सुन्दर अब तक चार मैचों में सर्वाधिक सात विकेट ले चुके हैं। तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने छह, जयदेव उनादकट ने पांच और युजवेंद्र चहल ने पांच विकेट लिए हैं।
भारत को रहना होगा सतर्क
भारत को बांग्लादेश से पिछले दोनों मुकाबले जीत लेने के बावजूद सतर्क रहने की जरूरत है जिसका हौसला अपने शीर्ष आलराउंडर शाकिब अल हसन की वापसी से बुलंद हो गया है। शाकिब फिट नहीं होने के कारण पहले तीन मैच नहीं खेल पाए थे और उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पिछले मैच में वापसी की। शाकिब ऐसे खिलाड़ी हैं जो अकेले अपने दम पर मैच का पासा पलटने का माद्दा रखते हैं।
कप्तान का फॉर्म में आना राहत भरा
रोहित का फॉर्म में लौटना भारत के लिए अच्छी खबर है क्योंकि वह ऐसे खतरनाक बल्लेबाज हैं जो अपने दिन किसी भी टीम को ध्वस्त कर सकते हैं। पिछले काफी समय से बल्ले से संघर्ष कर रहे रोहित ने तूफानी अंदाज में खेलते हुए मात्र 61 गेंदों पर 89 रन की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए थे। टॉप आर्डर में शिखर और रोहित के बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना की मौजूदगी टीम की बल्लेबाजी को मजबूती प्रदान करती है। पिछले मुकाबले में रैना ने भी तेज तर्रार अंदाज में खेलते हुए 30 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 47 रन बनाए थे। शिखर ने भी इस मैच में 27 गेंदों पर 35 रन में पांच चौके और एक छक्का लगाया था।