लखनऊ। भारतीय किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा है कि देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है लेकिन खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रतिभा के साथ बेहतर फिटनेस जरूरी है। भारतीय टीम को विशेष मुकाम दिलाने वाले पूर्व कप्तान ने शनिवार को यहां स्पोर्ट्स गैलेक्सी का शिलान्यास करने के बाद कहा कि किसी भी खेल के लिए प्रतिभा के साथ-साथ फिटनेस बेहतर होनी चाहिए। भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं है लेकिन फिटनेस के मामले में वे पिछड़ जाते हैं।
धोनी ने कहा कि खेलों में फिटनेस ही सब कुछ है। फिट हैं तो यह तय है कि आप किसी भी खेल में पारंगत हो जाओगे। इसके लिए आपको बहुत अधिक समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि पहले तो मां-बाप अपने बच्चे को खेलने पर डांटते-फटकारते थे लेकिन अब उनको लेकर खुद मैदान में जा रहे हैं। माता पिता बच्चों को इतनी सहूलियतें दे रहे हैं कि बच्चे गर्मी और लू में मैदान में नहीं टिक पाते हैं जबकि बच्चों को टफ बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि वह क्रिकेटर नहीं होते तो यकीनन फुटबॉलर या बैडंमिटन खिलाड़ी ही होते। स्कूल के दिनों में उनका मन फुटबॉल और बैडंमिटन में बहुत लगता था। इस क्षेत्र में वह अपना भविष्य तलाश रहे थे। बाद में उनका रुझान क्रिकेट की तरफ बढ़ा।