ढाका। भारत ने एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में रविवार को मलेशिया की कड़ी चुनौती के बावजूद 2-1 से जीत दर्ज कर दस साल बाद इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया और कुल तीसरी बार खिताब अपने नाम किया।
भारत पहली बार फाइनल में मलेशिया के खिलाफ खेल रहा था। रमनदीप सिंह (तीसरे मिनट) और ललित उपाध्याय (29वें मिनट) के गोल की बदौलत भारत तीसरी बार यह खिताब जीतकर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान की बराबरी करने में सफल रहा। साउथ कोरिया ने सर्वाधिक चार बार एशिया कप जीता है।
मलेशिया की टीम ने हालांकि आखिर तक भारत को कड़ी चुनौती दी। उसकी तरफ से एकमात्र गोल शाहरिल सबाह ने 50वें मिनट में किया। अंतिम दस मिनट भारत के लिए काफी बैचेनी वाले रहे। इस दौरान मलेशिया की टीम ने लगातार हमले कर भारतीय रक्षापंक्ति को व्यस्त रखा।
तीन खिताब भारत के नाम
भारतीय रक्षकों ने भी हालांकि अच्छा प्रदर्शन किया और मलेशिया के तमाम प्रयासों को नाकाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस तरह से भारत पहली ऐसी टीम बन गई है, जिसने एक समय में एशिया के तीनों महत्वपूर्ण खिताब एशियाई खेलों का स्वर्ण, एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी और एशिया कप अपने नाम किए हैं।
भारत ने 2014 में इंचियोन एशियाई खेलों के फाइनल में पाकिस्तान को पेनॉल्टी शूटआउट में 4-2 से और पिछले साल कुआंटन में एशियाई चैम्पियनशिप ट्रॉफी के फाइनल में भी अपने इस पड़ोसी को 3-2 से हराया था।
एशिया कप में पाक पर तीसरी जीत
एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक आठ मुकाबले हुए हैं। इनमें से पांच बार पाकिस्तान को जीत मिली है। इस मैच से पहले भारत ने साल 2003 के एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान को 4-2 से हराया था।