नई दिल्ली। डब्ल्यूडब्ल्यूई के भारतीय सुपरस्टार जिंदर महल ने एक बार फिर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। महल ने न्यूयॉर्क में चल रही समरस्लैम 2017 में शिंस्के नाकामुरा को हराकर अपना चैंपियनशिप टाइटल डिफेंड किया। इस दौरान उन्हें सिंह ब्रदर्स का भी पूरा साथ मिला।
31 वर्षीय जिंदर महल उर्फ युवराज सिंह धेसी को रेसलिंग की दुनिया में 'मॉर्डन डे महाराजा' भी कहा जाता है। वह कहते हैं, 'यह टाइटल मेरे लिए काफी मायने रखता है। मई में जिंदर डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियनशिप जीतने वाले भारतीय मूल के खली के बाद दूसरे खिलाड़ी बने। यह स्पोर्ट्स इंटरटेनमेंट का सबसे बड़ा खिताब माना जाता है।
डब्ल्यूडब्ल्यूई समरस्लैम में जिंदर महल और शिंस्के नाकामुरा की फाइट में सिंह ब्रदर्स ने स्पेशल एपिरियंस किया। उन्होंने उम्मीद के मुताबिक सभी को चौंकाते हुए नाकामुरा पर मुक्के और लात बरसाना शुरू कर दिया और महल का जमकर साथ दिया।
नाकामुरा चैंपियन जिंदर महल पर शुरुआत से हावी थे। भारतीय मूल के जिंदर महल का एक भी दांव नाकामुरा को ढेर नहीं कर पा रहा था, जबकि नाकामुरा खिताब से एक कदम दूर थे तब सिंह ब्रदर्स ने वहीं काम किया जो हमेशा से करते आए है। जापान के रेसलर नाकामुरा ने सिंह ब्रदर्स की जमकर धुनाई की, लेकिन इससे जिंदर महल को अपनी एनर्जी वापस पाने का समय मिल गया। फिर जो हुआ, उससे नतीजा महल के पक्ष में आया। जिंदर महल चैंपियन बने और अपना टाइटल डिफेंड करने में कामयाब रहे।
बता दें कि जिंदर महल ने बैकलैश पीपीवी में रैंडी ऑर्टन को हरा खिताब जीत कर रेसलिंग की दुनिया में खलबली मचा दी थी। उसके बाद 'मनी इन द बैंक' में जिंदर ने अपना टाइटल रैंडी ऑर्टन के खिलाफ डिफेंड किया, जबकि बैटलग्राउंड में हुए पंजाबी प्रिजन मैच में जिंदर ने 'द ग्रेट खली' की मदद से जीत दर्ज की थी।
कम्युनिकेशन और कल्चर में बिजनस डिग्री रखने वाले महल का जन्म और लालन-पालन कनाडा के शहर कैलगैरी में हुआ है। उनके परिवार का ताल्लुक पंजाब से है। महल इस खिताब के बाद रिप्रजेंटेशन का दबाव महसूस करते हैं। महल की मां होशियारपुर के चेल्ला गांव से हैं और पिता जालंधर के कंगारियां गांव के रहने वाले हैं। महल कहते हैं कि मैं अक्सर अपने अंकल से मिलने गांव जाता रहता हूं। उन्होंने कहा, 'मुझे अपने गांव, पंजाब और भारत पर गर्व है।
महल ने माना कि जवानी के दिनों में पगड़ी को लेकर उनका मजाक बनाया जाता था। वहीं अपने ऑनस्क्रीन अवतार में वह काली दस्तार (पगड़ी) और खालसा पंथ के निशान के साथ नजर आते हैं। रिंग में वह बहुत आक्रामक नजर आते हैं लेकिन रिंग के बाहर वह काफी शर्मीले हैं।
अब जिंदर का लक्ष्य सर्वकालिक महान खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल होना है। उन्होंने कहा- मैं एक दिन 'हॉल ऑफ फेम' में शामिल होना चाहता हूं। खली के बारे में उन्होंने कहा, वह मेरे बड़े भाई और मेंटोर की तरह हैं।