मुंबई। भारतीय महिला क्रिकेट को लेकर देश में बदलते नजरिए का ही नतीजा है कि जब आईसीसी विश्वकप में खिताब से चूकने के बाद राष्ट्रीय टीम की खिलाड़ी सुबह यहां मुंबई हवाईअड्डे पर पहुंचीं तो उनका किसी 'हीरो' की तरह जोरदार स्वागत किया गया।
महिला क्रिकेट टीम इंग्लैंड में हुए विश्वकप में मेजबान इंग्लैंड से फाइनल में नौ रन से हारकर पहली बार खिताब से चूक गई। लेकिन क्वालिफायर के जरिए टूर्नामेंट में पहुंची टीम की खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन कर फाइनल में जगह बनाई और हर बड़ी टीम को टक्कर दी।
मिताली राज की कप्तानी वाली टीम इंडिया बुधवार सुबह यहां मुंबई पहुंचीं जहां बड़ी संख्या में प्रशंसकों ने मौजूद रहकर अपनी खिलाड़ियों का स्वागत किया। यहां बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा भी देखने को मिला। बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर, पूनम राउत, सुष्मा वर्मा, झूलन गोस्वामी सभी के गले में फूल मालाएं और हाथों में गुलदस्ते थे।
खिलाड़ी हवाईअड्डे से निकलकर अपनी बस में सवार हो गयीं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) महिला क्रिकेट को और लोकप्रिय बनाने के लिये अपनी राष्ट्रीय टीम की खिलाड़यिों के सम्मान में बड़े आयोजन की भी योजना बना रहा है। इसके अलावा बोर्ड ने टीम को फाइनल में पहुंचने पर प्रत्येक खिलाड़ी को 50-50 लाख रूपए और सपोर्ट स्टाफ को 25-25 लाख रूपए नगद ईनाम की भी घोषणा की है।
महिला टीम की खिलाड़ियों पर ईनामों की बौछारों के बीच हरमनप्रीत कौर को पंजाब के मुख्यमंत्री अमंरिंदर सिंह और सुष्मा वर्मा को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने डीएसपी की नौकरी के प्रस्ताव भी दिए हैं।