मुंबई। क्रिकेट ऐसा खेल है जिसमें अधिकतर रिकॉर्ड ऐसे होते हैं, जिसे सुरक्षित नहीं माना जा सकता कि वो एक बार सेट हो गए तो फिर टूट नहीं सकते। किसी रिकॉर्ड के टूटने में समय जरूर लग सकता है, लेकिन वो टूट नहीं सकता ऐसा माना नहीं जा सकता। उदाहरण के तौर पर पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज सईद अनवर का वनडे क्रिकेट में 194 रनों का रिकॉर्ड। अनवर ने 1997 में भारत के विरुद्ध ही 194 रनों की पारी खेली थी, जो लगभग 14 वर्षों तक वनडे क्रिकेट का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा।
कई खिलाड़ी इस रिकॉर्ड के बेहद करीब तो पहुंचे लेकिन कोई भी इसे तोड़ नहीं सका। जिम्बॉब्वे के चॉर्ल्स कोवेंट्री तो 194 रन बनाकर नाबाद रहे थे। इसके बाद साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सचिन तेंदुलकर ने 200 रनों की पारी खेलकर ना सिर्फ अनवर का रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज भी बने। उनके बाद तो वीरेंद्र सहवाग ने भी वनडे में दोहरा शतक जड़ दिया। रोहित शर्मा दोनों से एक कदम आगे निकलते हुए दो बार वनडे में दोहरा शतक ठोक चुके हैं।
अब एक और वाकया सामने आया है, हालांकि यह इंटरनेशल क्रिकेट में नहीं बल्कि क्लब क्रिकेट में हुआ है। क्या आप सोच सकते हैं कि कोई खिलाड़ी 40 ओवर के मैच में तिहरा शतक जमा सकता है? ऐसा हुआ है। आरसीवी क्रिकेट एकेडमी के सलामी बल्लेबाज स्वास्तिक चिकारा ने मंगलवार को जो करिश्मा किया, उसके बारे में क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों ने भी नहीं सोचा होगा।
गाजियाबाद के अटोर गांव के 12 वर्षीय स्वास्तिक ने तो अंडर-16 टूर्नामेंट में सिर्फ 40 ओवर के मैच में ही तिहरा शतक जड़ डाला। हालांकि, मैन ऑफ द मैच स्वास्तिक की पारी की तुलना सचिन, सहवाग और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों की पारियों से नहीं की जा सकती, लेकिन किसी भी स्तर के क्रिकेट में सीमित ओवरों के मैच में तिहरा शतक बनाना किसी भी बल्लेबाज के लिए अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
स्वास्तिक की विस्फोटक पारी के चलते आरसीवी ने आरपी पानीपत की टीम को 252 रन से हराया। आरसीवी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। स्वास्तिक ने पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर अपने इरादे जाहिर कर दिए। इसके बाद दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे और स्वास्तिक चौके और छक्के जड़ते रहे। स्वास्तिक ने 138 गेंदों में 48 चौके और 22 छक्कों की मदद से 356 रन ठोक डाले। उनकी इस विशाल पारी की बदौलत टीम ने 452 रन स्कोर बनाया। जवाब में आरपी पानीपत 37.2 ओवर में 200 रन पर ढेर हो गई। स्वास्तिक ने गेंदबाजी में भी हाथ दिखाते हुए दो विकेट चटकाए।