श्रीनगर। कश्मीर में अभी तक तो पाकिस्तानी झंडे और भारत विरोधी नारे ही सुनाई देते थे, लेकिन अब पाकिस्तानी राष्ट्रगान की भी आमद घाटी में हो गई है। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को एक क्रिकेट प्रतियोगिता के अंतिम मुकाबले की शुरूआत पाकिस्तानी राष्ट्रगान से हुई।
पुलवामा से मिली सूचनाओं के अनुसार यह प्रतियोगिता पिछले कई दिन से चल रही थी। रविवार को अंतिम मुकाबला पांपोर स्थित शाईनिंग स्टार क्रिकेट क्लब और पुलवामा टाइगर्स के बीच खेला गया। दोनों टीमों के खिलाडि़यों ने नीली जर्सी पहन रखी थी और मैच शुरू होने से पूर्व लाउडस्पीकर पर पाकिस्तान का राष्ट्रगान बजाया गया और उसे फेसबुक पर लाइव भी किया। मैच के दौरान जब कोई विकेट गिरा या किसी खिलाड़ी ने चौका या छक्का लगाया तो दर्शक दीर्घा में देश विरोधी नारे गूंजे।
किन्तु आश्चर्यजनक रूप से पुलिस ने तत्काल कोर्इ कार्रवाई नही की। बाद में सोशल मीडिया पर मैच का एक वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।आयोजकों के खिलाफ 66-IT ऐक्ट(इवेंट की लाइव स्ट्रीमिंग) और 13-गैरकानूनी गतिविधि(पाकिस्तानी राष्ट्रगान बजाया जाना) की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
आतंकियों के पोस्टर से सजाया मैदान
सूत्रों ने बताया कि क्रिकेट स्टेडियम मृत आतंकी बुरहान वानी के होर्डिंग्स से सजाया गया था और अन्य मारे गए आतंकियों की तस्वीरें भी लगी थी। मैच खत्म होने के बाद जो अवार्ड दिए गए वे भी मारे गए आतंकियों के नाम पर दिए गए।
पहले भी रहा है 'पुलवामा' सुर्ख्रियों में
ज्ञातव्य है कि पुलवामा का डिग्री कॉलेज पिछले दिनों तब सुर्खियों में आया था जब यहां के छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सेना के जवानों पर पत्थरबाजी की थी।
गांव है आतंकियों का गढ़
यह स्टेडियम करीमाबाद गांव से भी सटा है जो कि आतंकियों का गढ़ माना जाता है। इसी गांव में अप्रैल में आतंकियों ने एक आतंकी नसीर अहमद पंडित की बरसी पर लोगों से पहली बार सार्वजनिक तौर पर कश्मीर में इस्लामिक जिहाद जारी रखने, तालिबान और अलकायदा के समर्थन के लिए कहा था।
पहले भी गाया पाकिस्तानी 'राष्ट्रगान'
गौरतलब है कि गत 2 अप्रैल को भी ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां सेंट्रल कश्मीर में पाकिस्तानी यूनिफॉर्म पहनकर क्रिकेट मैच खेला गया था और पाकिस्तानी राष्ट्रगान गाया गया था। उस मामले में 11 लड़कों को हिरासत में लिया गया था। हालांकि, पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था।