नई दिल्ली। बीसीसीआई के पदाधिकारियों और प्रशासनिक समिति के बीच चल रही तकरार के कारण भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों को अभी तक 6 महीने की मैच फीस और 1 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। यह प्रोत्साहन राशि घरेलू मैदान पर खेले गए मैचों में शानदार प्रदर्शन के लिए दी जानी थी। अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू हुए आईपीएल से पहले 2016-17 सत्र में भारत ने 13 टेस्ट मैच खेले और न्यू जीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश तथा आॅस्ट्रेलिया की टीम के साथ खेली गई सीरीज जीती थी। टेस्ट मैच के लिए बीसीसीआई अंतिम एकादश खिलाड़ियों को 15 लाख रुपए और अतिरिक्त खिलाड़ियों को 7 लाख रुपए देती है। अभी तक खिलाड़ियों को टेस्ट मैच खत्म होने के दो माह के भीतर चेक मिल जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
महिला टीम भी कर रही इंतजार
राष्ट्रीय महिला टीम भी अपने चेक का इंतजार कर रही है। उन्हें एक सीरीज के लिए 1 लाख रुपए दिया जाता है। बीते सेशन में विराट कोहली के नेतृत्व वाली टेस्ट टीम में खेलने वाले एक खिलाड़ी ने कहा, आमतौर पर हमें टेस्ट मैच के एक महीने या 15 दिन के भीतर फीस मिल जाती है। इस बार काफी देर हो गई। हमें ये तो नहीं पता इसके पीछे की वजह क्या है, लेकिन पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। रिपोर्ट के अनुसार इसकी वजह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बनी प्रशासकों की समिति और बीसीसीआई पदाधिकारियों के बीच चल रही तकरार है। एक वजह बीसीसीआई और आईसीसी के बीच राजस्व वितरण को लेकर चल रहा विवाद भी है।
देरी के कई कारण हैं
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, विभिन्न कारणों से फीस में देरी हो रही है। फरवरी में बीसीसीआई के पास आधिकारिक हस्ताक्षरकर्ता नहीं था और बाद में यह उलझन थी कि अमिताभ चौधरी (कार्यकारी सचिव) को यह अधिकार है या नहीं। महिला टीम की बात करें तो अभी तक बीसीसीआई के साथ उनके अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। जैसी ही आधिकारिक अनुमति मिल जाएगी उन्हें पेमेंट दे दिया जाएगा।