मुंबई। केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर और राइजिंग पुणे सुपजाएंट के बल्लेबाज मनोज तिवारी क्रिकेट के मैदान पर आपस में भिड़ गए। यह सब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के सामने हुआ। गौतम गंभीर ने मनोज तिवारी को कहा,शाम को मिल तुझे मारुंगा। इसके जवाब में मनोज तिवारी ने कहा था, शाम क्या अभी बाहर चल। उसके बाद मैच में अंपारिंग कर रहे श्रीनाथ दौड़कर दोनों खिलाड़ियों के बीच में खड़े हुए और बीच बचाव किया। इसी दौरान केकेआर की पारी के 15वें ओवर में गौतम गंभीर और विपक्षी टीम के खिलाड़ी मनोज तिवारी के बीच जुबानी जंग हुई।
इससे पहले भी इन दोनों खिलाड़ियो के बीच साल 2015 में दिल्ली और बंगाल के बीच फिरोजशाह कोटला ग्राउंड पर हुए रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान भी दोनों के बीच बहस हो गई थी। उस मैच में अंपायर श्रीनाथ बीचबचाव कर रहे थे, जिनको गौतम गंभीर ने धक्का देकर किनारे कर दिया था और मनोज तिवारी को मारने की कोशिश की थी।
क्रिकेट में अंपायर को अगर खिलाड़ी टच करता है तो इसे बहुत ही खराब आचरण माना जाता है, जिसके लिए खिलाड़ी को प्रतिबंधित भी किया जा सकता है। उस मैच में बंगाल की टीम बल्लेबाजी कर रही थी, दिल्ली के गेंदबाज मनन शर्मा ने बंगाल के बल्लेबाज पार्था सारथी भट्टाचार्जी को आउट किया था, जिसके बाद मनोज तिवारी क्रीज पर आए थे। मनोज तिवारी ने कैप पहन रखी थी। तभी उनको एहसास हुआ की सामने तेज गेंदबाज है और उन्होंने खेल बीच में रोक कर डेसिंग रूम की ओर हेलमेट के लिए इशारा किया।