धर्मशाला। भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हरा दिया। साथ ही चार मैचों की इस सीरीज में भारत ने 2-1 से जीत ली है। वहीं, इस सीरीज टीम इंडिया के खिलाड़ी रवींद्र जडेजा रहे जिन्होंने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। 'मैन ऑफ द मैच' और 'मैन ऑफ द सीरीज' का अवॉर्ड रवींद्र जडेजा के नाम रहा।
जडेजा ने सीरीज में शानदार ऑलराउंडर प्रदर्शन किया है। अपनी धाकड़ बैटिंग और बॉलिंग के साथ वह एक बार फिर सीरीज में अपनी एक खास पहचान छोड़ने में कामयाब रहे। जडेजा को चौथे टेस्ट मैच में फैन ऑफ द मैच के साथ सीरीज में शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी मिला। जडेजा ने इस मैच में कुल 25 विकेट लिए और 167 रन बनाए।
इस सीरीज में अपने प्रदर्शन के बारे में जडेजा ने बताया कि वे अब पूरी तरह से सक्षम खिलाड़ी बन गए हैं। कुछ समय पहले तक उन्हें टेस्ट का खिलाड़ी नहीं माना जाता था लेकिन अब उन्हें जवाब मिल गया। वे मैच दर मैच रणनीति बनाते हैं और उस पर काम करते हैं।
उन्होंने बताया कि धर्मशाला टेस्ट में ऑस्ट्रेलियार्इ विकेटकीपर मैथ्यू वेड स्टंप्स के पीछे से उन्हें छेड़ रहे थे। इस पर उन्होंने बल्ले से जवाब देने की सोची। उसकी बातों ने मुझे मोटिवेट किया। बल्ले से जवाब देना सबसे सही जरिया है। रवींद्र जडेजा वर्तमान में दुनिया के नंबर वन टेस्ट गेंदबाज भी हैं।
उन्होंने भारत के ही आर अश्विन को ही पछाड़कर यह तमगा हासिल किया है। इस बारे में उन्होंने बताया कि नंबर वन टेस्ट गेंदबाज बनना काफी अच्छा है। साथ ही इस चैंपियन टीम का हिस्सा बनना भी गर्व की बात है। अश्विन के साथ गेंदबाजी के अनुभव के बारे में जडेजा का कहना था कि हम दोनों ने दोनों छोर से विपक्षी टीमों पर दबाव बनाए रखा।
ऑफ स्पिनर और लेफ्ट आर्म स्पिनर का वेरिएशन अच्छा काम करता है। उम्मीद है कि भारत के बाहर भी ऐसा ही प्रदर्शन करेंगे। रवींद्र जडेजा अर्धशतक बनाने के बाद तलवारबाजी तरह बल्ले को घुमाते हैं। रवि शास्त्री ने उनसे पूछा कि अब तो मीटर काफी चल रहा है। शतक बनाने के बाद जश्न कैसे मनाएंगे। भारतीय ऑलराउंडर ने जवाब दिया कि वे दोनों हाथों से बल्ला घुमाएंगे। उनके इस जवाब पर सभी लोग हंस पड़े।