नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम से मैच फिक्सिंग के आरोपों में निकाले गए अजहर अब फिर क्रिकेट की पारी खेलने की तैयारी में हैं। मैच फिक्सिंग के आरोपों के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। 99 टेस्ट खेल चुके अजहर इस प्रतिबंध के खिलाफ हैदराबाद हाइकोर्ट गए।
अदालत ने अजहर को बरी कर दिया। बोर्ड ने इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील नहीं लगाई। एक तरह से अजहर इस मामले में कानूनी रूप से बरी हो गए हैं। अब अजहर ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल किया है। उनके सामने हैं, भारतीय टीम में रहे स्पिन गेंदबाज अरशद अयूब। अयूब के कार्यकाल में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप हैं। अब देखना है अजहर फिक्सिंग का दाग क्या इस नई जिम्मेदारी से धो सकेंगे।
अजहर की पूरी जिंदगी ही संघर्ष और रोमांच से भरी रही है। इस खिलाडी ने हर लड़ाई जीती है, चाहे वो मैदान के बाहर हो या भीतर। अपने पहले तीन टेस्ट मैच में तीन शतक लगाकर धमाका करने वाले अजहर की क्रिकेट मैदान से विदाई भी धमाकेदार रही।
उन्हें मैच फिक्सिंग के आरोप में बाहर कर दिया गया। फिर वे अदालत गए और बरी हो गए। फिर अजहर ने राजनीति में हाथ आजमाया और यहां भी उनकी पहली पारी कामयाब रही। वे मुरादाबाद से कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने, पर पिछला चुनाव हार गए। अब देखना है नई पारी में वे क्या कमाल करते हैं।