नई दिल्ली। विश्व कप के बाद महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम से दूर हैं लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की जगह पर टीम ऋषभ पंत को विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में मौके दिए जा रहे हैं। आप लोगों को शायद पता होगा कि जब भी ऋषभ पंत मैदान पर होते हैं तो स्टेडियम में मौजूद दर्शक धोनी धोनी के नारे लगाने लगते हैं। इसका प्रभाव ऋषभ पंत के ऊपर बहुत ज्यादा देखने को मिला है। इसी वजह से विराट कोहली ने वेस्टइंडीज की सीरीज से पहले अपने इंटरव्यू के दौरान इस बात की चर्चा की है।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि, स्टेडियम में धोनी धोनी के नारे नहीं लगने चाहिए। इससे भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के ऊपर काफी दबाव पड़ता है। स्टेडियम में ऐसा होने से ऋषभ पंत का मनोबल गिर जाता है और उन्हें अपने खेल को सुधारने का मौका नहीं मिल पा रहा है। कोहली ने साफ शब्दों में कहा था कि स्टेडियम में धोनी धोनी के नारे ना लगे। हमें ऋषभ पंत के खेल को सुधारने के लिए उनका समर्थन करना चाहिए। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव को दिए एक इंटरव्यू में सौरव गांगुली ने इसके विपरीत बात कही है।
उस इंटरव्यू के दौरान सौरव गांगुली ने कहा कि, मुझे लगता है कि मैच के दौरान धोनी धोनी के नारे दर्शकों को जरूर लगाने चाहिए। ऋषभ पंत के लिए यही अच्छा होगा और उन्हें इस चीज की आदत भी डाल लेनी चाहिए। गांगुली ने कहा कि अगर धोनी धोनी के नारे लगेंगे तभी ऋषभ पंत को दबाव झेलने की आदत पड़ेगी और तभी वह एक अच्छे क्रिकेटर बन पाएंगे। गांगुली ने साफ शब्दों में कहा कि, ऋषभ पंत को इस दबाव से निपटने का का रास्ता खुद बनाना होगा।