हांगकांग। स्टार शटलर किदाम्बी श्रीकांत ने हांगकांग ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल तक का सफर अपने भाग्य के भरोसे तय किया, लेकिन शनिवार को अपने से निचली रैकिंग के घरेलू खिलाड़ी के हाथों उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ गयी जिसके साथ ही भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी। विश्व में 13वीं रैकिंग के श्रीकांत को पुरूष एकल के सेमीफाइनल मुकाबले में 27वीं रैकिंग के हांगकांग के खिलाड़ी ली चियूक यियू ने लगातार गेमों में 21-9, 25-23 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश कर लिया। इसी के साथ यियू ने श्रीकांत के खिलाफ अपना करियर रिकार्ड 1-1 से बराबरी पर पहुंचा दिया है। श्रीकांत को टूर्नामेंट के पहले ही राउंड में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी जापान के केंतो मोमोता के खिलाफ वाकओवर मिल गया था जिनके खिलाफ करियर के कुल 15 मैचों में भारतीय खिलाड़ी 12 बार हार चुके हैं।
श्रीकांत ने फिर दूसरे दौर में हमवतन और क्वालिफायर समीर वर्मा को हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई , लेकिन इस मैच में गैर वरीय श्रीकांत को पांचवीं वरीय चीन के चेन लोंग के 15 मिनट बाद ही मैच में रिटायर्ड होने से आसानी से सेमीफाइनल में प्रवेश मिल गया। हालांकि भारतीय शटलर टूर्नामेंट में मिले इन मौकों को भुना नहीं सके और अपने से 14 रैंक निचले यियू से 42 मिनट बाद लगातार गेमों में हारकर खिताबी मुकाबले में पहुंचने से चूक गये। पहला गेम बिल्कुल एकतरफा रहा जहां घरेलू खिलाड़ी ने 13-3 की शुरूआती बढ़त बनाई और 15-8 की बढ़त के बाद लगातार पांच अंक और दो गेम प्वांइट जीतकर गेम 21-9 से जीता। लदूसरे गेम में श्रीकांत ने वापसी का प्रयास किया और 6-6 तथा 20-20 के स्कोर पर बराबरी हासिल की। उन्होंने इस गेम में सात गेम अंक जीते लेकिन यियू ने लगातार दो अंकों के साथ 25-23 से रोमांचक अंदाज में गेम जीत फाइनल में प्रवेश कर लिया।