कोलंबो। सुरक्षा व्यवस्था और आतंकवादी हमले जैसी दुविधाओं और आशंकाओं के बीच मंगलवार को श्रीलंकाई क्रिकेट टीम कप्तान दसुन शनाका की अगुवाई में 27 सितंबर से शुरू होने वाले पाकिस्तान दौरे के लिये मंगलवार को रवाना हो गयी। वर्ष 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर ही लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के बाहर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था जिससे पाकिस्तान में फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पूरी तरह बंद हो गया था। पाकिस्तान पिछले कई वर्षा से अपने घरेलू मैच संयुक्त अरब अमीरात में खेल रहा है।
लेकिन इसके करीब एक दशक बाद श्रीलंकाई टीम फिर से पाकिस्तान के दौरे पर द्विपक्षीय सीरीज में हिस्सा लेने पहुंची है जो यहां आने वाली पहली टेस्ट दर्जा प्राप्त विदेशी टीम भी है। लांकि पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था पर आशंकाओं के चलते श्रीलंका के सीनियर खिलाड़यिों ने खुद को इस सीरीजÞ से अलग कर लिया था जिसके बाद शनाका को टीम की कप्तानी सौंपी गयी है। इस सीरीज में दोनों टीमों के बीच तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेले जाएंगे। किस्तान रवाना होने से पहले श्रीलंकाई कप्तान ने पत्रकारों से कहा,‘‘ मैं पहले भी पाकिस्तान जा चुका हूं।
मैं यहां की सुरक्षा व्यवस्था से पूरी तरह संतुष्ट हूं और अपनी टीम की कप्तानी करके खुश हूं। हमारी कोशिश रहेगी कि हम पाकिस्तान को उसके मैदान पर कड़ी टक्कर दें।’’ श्रीलंकाई टीम ने पाकिस्तान रवाना होने से पहले कोलंबो स्थित बौद्ध मंदिर में जाकर बौद्ध भिक्षुओं का आर्शीवाद लिया। लंकाई क्रिकेट बोर्ड ने भी पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा जताया है। पीसीबी ने भी खिलाड़यिों को राष्ट्र अध्यक्षों के समान सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।