किंग्सटन। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी से भारत ने वेस्ट इंडीज को दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को सुबह के सत्र में मात्र 117 रन पर ढेर कर दिया। भारत ने विंडीज से फॉलोआन नहीं कराया और अपनी दूसरी पारी खेलने का फैसला किया। भारत ने लंच तक एक विकेट खोकर 16 रन बना लिए हैं और उसकी कुल बढ़त 315 रन की हो गयी है। वेस्टइंडीज ने सात विकेट पर 87 रन से आगे खेलना शुरू किया और उसकी पहली पारी 117 रन पर समाप्त हुई। भारत को पहली पारी में 299 रन की बढ़त हासिल हुई लेकिन कप्तान विराट कोहली ने विंडीज से फॉलोआन नहीं कराया। भारत की दूसरी पारी में मयंक अग्रवाल चार रन बनाकर केमार रोच की गेंद पर पगबाधा हो गए। लंच के समय लोकेश राहुल छह और चेतेश्वर पुजारा पांच रन बनाकर क्रीज पर थे।
इससे पहले बुमराह ने तूफानी गेंदबाजी करते हुए विंडीज के बल्लेबाजी क्रम को कल पूरी तरह उखाड़ फेंका। बुमराह ने नौंवें ओवर में डेरेन ब्रावो (4), शामरह ब्रुक्स (0) और रोस्टन चेज (0) को लगातार गेंदों पर आउट कर अपनी पहली टेस्ट हैट्रिक पूरी कर ली। इसके साथ ही वह टेस्ट में हैट्रिक बनाने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बन गए। वह इसके साथ ही वेस्टइंडीज के खिलाफ हैट्रिक लेने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बन गए। दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर विकेटकीपर बल्लेबाज जहमर हेमिल्टन दो और रहकीम कॉर्नवाल चार बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। विंडीज ने सुबह अपनी पारी को आगे बढ़ाया और उसकी पारी 117 रन पर समाप्त हुई।
बुमराह को तीसरे दिन कोई विकेट नहीं मिला। इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट चटका कर विंडीज की पारी को समेटा। कॉर्नवॉल ने 14 और रोच ने 17 रन बनाये। बुमराह टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले भारत के तीसरे गेंदबाज बन गए। बुमराह से पहले यह कारनामा ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और तेज गेंदबाज इरफान पठान कर चुके हैं। हरभजन ने वर्ष 2001 में कोलकाता टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जबकि इरफान पठान ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ 2006 में कराची में खेले गए टेस्ट में हैट्रिक ली थी। बुमराह ने नौंवे ओवर की दूसरी गेंद पर ब्रावो को स्लिप में खड़े लोकेश राहुल के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा।
इसके बाद तीसरी गेंद पर नए बल्लेबाज के रुप में आए ब्रुक्स को पगबाधा किया। हालांकि विंडीज के बल्लेबाज ने अंपायर के फैसले पर डीआरएस लिया लेकिन तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर के फैसले को सही ठहराते हुए ब्रुक्स को आउट करार दिया। बुमराह ने तीसरी गेंद पर चेज को पगबाधा किया लेकिन अंपायर ने नॉटआउट करार दिया। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बिना देर किए डीआरएस लेने का फैसला किया और तीसरे अंपायर ने चेज को आउट करार दिया। चेज का विकेट मिलते ही बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी हैट्रिक पूरी कर ली। भारत के पहली पारी में 416 रन के बड़े स्कोर का पीछा करते हुए मेजबान टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और उसके दोनों सलामी बल्लेबाज जल्द ही अपना विकेट गंवा बैठे।
क्रैग ब्रैथवेट और जॉन कैंपबेल को बुमराह ने विकेट के पीछे रिषभ पंत के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा। वेस्टइंडीज के पांच विकेट महज 22 के स्कोर पर ही गिर गए। उसके शीर्ष पांच बल्लेबाजों में से ब्रैथवेट के अलावा अन्य चार बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। वेस्टइंडीज की पारी में शिमरॉन हेत्माएर ने 57 गेंदों में सात चौके की मदद से सर्वाधिक 34 रन बनाए। कप्तान जैसन होल्डर मात्र 18 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। होल्डर ने 38 गेंदों में 18 रन की पारी में दो चौके लगाए। विंडीज की पारी को शुरुआत में झकझोरने के बाद बुमराह 15वें ओवर में कुछ परेशानी के कारण मैदान से बाहर चले गए। बुमराह की अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए हेत्माएर और होल्डर ने छठे विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी को शमी ने हेत्माएर को बोल्ड कर तोड़ा जबकि बुमराह ने मैदान पर वापस लौटने के बाद होल्डर को आउट कर अपना छठा विकेट लिया।
तीसरे दिन विंडीज की पारी 117 रन पर जाकर समाप्त हुई। भारत की तरफ से बुमराह ने 27 रन पर छह विकेट, शमी ने 34रन पर दो विकेट, इशांत ने 24 रन पर एक विकेट और जडेजा ने 19 रन पर एक विकेट लिया। इससे पहले भारतीय टीम ने पहली पारी में युवा बल्लेबाज हनुमा विहारी के पहले शतक और उनकी पुछल्ले बल्लेबाज इशांत शर्मा (57) के साथ आठवें विकेट के लिए 112 रन की मजबूत साझेदारी की बदौलत 416 रन का विशाल स्कोर बनाया। हनुमा ने 225 गेंदों में 16 चौकों की मदद से 111 रन बनाए जबकि इशांत ने 80 गेंदों में 57 रन की पारी में सात चौके लगाए। भारत की पहली पारी में विराट ने 76 और मयंक अग्रवाल ने 55 रनों का योगदान दिया। वेस्टइंडीज की तरफ से कप्तान होल्डर ने 77 रन देकर पांच विकेट झटके जबकि कॉर्नवाल ने अपने पदार्पण मैच में ही 105 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। केमार रोच और ब्रैथवेट को क्रमश: 77 और आठ रन पर एक-एक विकेट मिला।